Salary Hike Under 8th Pay Commission : हाल ही में केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी है। 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही कर्मचारियों को काफी फायदा होने वाला है। उम्मीद है कि इस वेतन आयोग (नए वेतन आयोग) के लागू होने के बाद कर्मचारियों की अधिकतम सैलरी 6 लाख रुपये तक हो जाएगी।
हाल ही में केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी है। 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही कर्मचारियों को काफी फायदा होने वाला है। उम्मीद है कि इस वेतन आयोग (नए वेतन आयोग) के लागू होने के बाद कर्मचारियों की अधिकतम सैलरी 6 लाख रुपये तक हो जाएगी। वेतन बढ़ोतरी के साथ ही ग्रेच्युटी में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है।
पिछले कुछ सालों से कर्मचारियों की ओर से लगातार 8वें वेतन आयोग की मांग की जा रही थी। हाल ही में केंद्र सरकार ने कर्मचारियों का इंतजार खत्म करते हुए 8वें वेतन आयोग (8वें वेतन आयोग का लेटेस्ट अपडेट) के गठन का ऐलान कर दिया है। कर्मचारियों की बढ़ती जरूरतों और महंगाई की मार को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही कर्मचारियों के वेतन और अन्य भत्तों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। आइए जानते हैं सरकार की इस घोषणा के बारे में विस्तार से।
छठे वेतन आयोग के तहत हुई थी इतनी बढ़ोतरी-
हाल ही में केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी है। जानकारी के लिए बता दें कि 7वां वेतन आयोग साल 2016 में लागू किया गया था. इससे पहले 6वें वेतन आयोग में कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 7 हजार रुपये थी. 7वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम सैलरी 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये (बेसिक सैलरी) कर दी गई थी. साथ ही पेंशनर्स की पेंशन में भी 23.66 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
8वें वेतन आयोग के तहत इतनी बढ़ेगी सैलरी- 7वें वेतन आयोग को केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2016 को लागू किया था. इसके मुताबिक कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 18 हजार रुपये तय की गई है. इस पर अगर महंगाई भत्ते की बात करें तो फिलहाल कर्मचारियों को 53 फीसदी (डीए बढ़ोतरी) की दर से महंगाई भत्ता दिया जा रहा है. जनवरी 2026 तक यह बढ़कर 59 फीसदी हो सकता है. इसका मतलब है कि कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 28,620 रुपये हो जाएगी. इसके साथ ही अगर 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रहता है तो न्यूनतम सैलरी बढ़कर 46,620 रुपये हो जाएगी।
अधिकतम सैलरी में होगा इजाफा-
7वें वेतन आयोग की बात करें तो उच्च ग्रेड सचिव स्तर के अधिकारी की बेसिक सैलरी फिलहाल 2.5 लाख रुपये है। जानकारी के लिए बता दें कि इनकी सैलरी में महंगाई भत्ता नहीं जोड़ा जाता है। अगर 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रहता है तो इन कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 2.5 लाख से बढ़कर 6.4 लाख रुपये (250000×2.57) हो जाएगी। इसके साथ ही ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा 30 लाख रुपये है। अगर सरकार इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं करती है तो कर्मचारियों की सैलरी 2.5 लाख ही रहेगी।
पेंशनर्स को भी होगा फायदा-
7वां वेतन आयोग लागू होने पर रिटायर्ड केंद्रीय कर्मचारियों की पेंशन में करीब 23.66 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। इसके साथ ही छठे वेतन आयोग के तहत पेंशन में 14 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। अगर फिटमेंट फैक्टर के हिसाब से देखा जाए तो 8वें वेतन आयोग की पेंशन में करीब 34 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। उदाहरण के लिए अगर किसी रिटायर्ड केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 50,000 रुपये है तो इस हिसाब से उस कर्मचारी (पेंशन बढ़ोतरी) को 25,000 रुपये प्रति महीने पेंशन दी जाती है। अब अगर इसमें 34 फीसदी की बढ़ोतरी होती है तो यह 33500 रुपये (25000+8500) हो जाएगी।
ग्रेच्युटी में भी होगी बंपर बढ़ोतरी-
नया वेतन आयोग लागू होने पर कर्मचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। सैलरी बढ़ोतरी का असर कर्मचारियों की सैलरी और ग्रेच्युटी पर भी देखने को मिलेगा। इसके अलावा रिटायरमेंट के बाद या एक निश्चित अवधि के बाद नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों को भी ग्रेच्युटी बढ़ोतरी दी जाती है। अगर वर्तमान की बात करें तो 30 साल तक काम करने के बाद कर्मचारियों को 18,000 रुपये बेसिक सैलरी और करीब 4.89 लाख रुपये ग्रेच्युटी दी जाती है। अगर कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर हाइक की गणना 2.57 के हिसाब से की जाए तो यह 4.89×2.57=12.56 लाख रुपये बनेगा।