हम हमारी रोज़ की जिंदगी में कई ऐसे काम करते है. जिन्हे हम बार-बार दोहराते है या हमें उनकी आदत पड़ जाती है. ऐसे में हमें उनका दोहराना भी याद नहीं रहता है. कई बार ये आदतें अच्छी और बुरी दोनों तरह की हो सकती है. अच्छी आदतों का प्रभाव हमारे जीवन में सकारात्मकता लाता है. हमें अच्छी दिशा की और ले जाता है. लेकिन ख़राब आदतों का हमारे जीवन पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है. वास्तुशास्त्र के मुताबिक भी ऐसी उसमे ऐसी कई आदतों का उल्लेख है, जो हमारे जीवन में तरह-तरह की समस्याओं को जन्म देता हैं. आज हम आपको वास्तुशास्त्र के अनुसार कुछ उन बुरी आदतों और उनके प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके कारण आपके धन-वैभव की हानि होती है.
साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देना

हम आप में से कई लोग अपने दैनिक जीवन में साफ-सफाई पर ज्यादा कोई ध्यान नहीं देते है. कई लोग शारीरिक और अपने आस-पड़ोस में फैली गंदगी में ही आराम से रह लेते है. ऐसी आदतें उन्हें न सिर्फ बीमार करती है. बल्कि उनकी धन हानि का भी कारण बनती है. आपको बता दें कि वास्तुशास्त्र में भी साफ-सफाई का धन-वैभव में सीधा संबध बताया गया है. वास्तुशास्त्र के मुताबिक लक्ष्मी जी का वास उसी स्थान पर होता है, जो स्वच्छ रहता है.
सुबह देर से उठना

आजकल लोगों में देर रात तक जागना और काम करने का क्रेज बढा हुआ है. इसकी वजह से वह सुबह देर से उठते है. ये आदत स्वास्थ की दृष्टी से तो बुरी होती ही है. साथ ही वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में दरिद्रता भी आती है. सुबह का सूरज आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जीवन में समृद्धि लाता है. सुबह जल्दी उठकर सूरज दर्शन करे.
कहीं भी थूक देना

भारत में लोगों में ये आदत काफी आम है. वह पान या तम्बाकू खाकर कही भी थूक देते है. कहीं भी पान की पीक थूक देना यहाँ के आमजन की आदत बनी हुई है. इसके अलावा भी कई लोगों की आदत बात-बात पर कहीं भी थूकने की रहती है. वास्तुशास्त्र के मुताबिक ये आदत तुरंत ही बदल लेना चाहिए. इस कारण से भी लक्ष्मी जी की कृपा रुक जाती है.
बड़े-बुजुर्गों का सम्मान नहीं करना

आज कल देश काफी मॉडर्न होता जा रहा है. ऐसे में देश के युवा घर के बड़े-बुजुर्गों को महत्वहीन मानते है. इसी वजह से वह उनको सम्मान नहीं देते है. साथ ही उन्हें इग्नोर करते है. वास्तुशास्त्र के अनुसार, ऐसे व्यक्ति से लक्ष्मी जी सदा रूठी रहती हैं. उसे कभी लक्ष्मी की प्राप्ति नहीं होती है. साथ ही उसके धन में वृद्धि भी नहीं होती है. हमारे धर्मशास्त्रों में भी इस बारे में बताया गया है कि वृद्धों, बुजुर्गों की सेवा करने से व्यक्ति की आयु, विद्या, यश और बल में वृद्धि होती है.
चिल्लाकर बात करना

वास्तुशास्त्र के मुताबिक जोर-जोर से चिल्लाकर बात करने से भी शनि का दोष बढ़ जाता है. जिस वजह से आपके जीवन में तनाव और मानसिक परेशानियां बढ़ जाती है. यही कई बार टेंशन और क्लेश का कारण बन जाता है. इसी वजह से धन की हानि होती है. ये कई बार आपके बने बनाये काम भी बिगाड़ देता है. इसलिए हमेशा धैर्य बनाकर रखे.