चाय, एक लोकप्रिय पेय पदार्थ, न केवल अपने स्वाद के लिए बल्कि स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जानी जाती है। लेकिन हाल के समय में ठंडी चाय को फिर से गर्म कर पीने के संभावित स्वास्थ्य जोखिमों पर चर्चा बढ़ गई है। क्या ठंडी चाय का सेवन कैंसर का कारण बन सकता है? आइए इस विषय पर विशेषज्ञों की राय को समझते हैं।
ठंडी चाय और कैंसर का संबंध
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी चाय को दोबारा गर्म करने से कैंसर का खतरा नहीं बढ़ता है। अनियंत्रित कोशिका विभाजन के कारण कैंसर होता है, लेकिन इसके लिए ठंडी चाय का सेवन जिम्मेदार नहीं है। हालांकि, बार-बार गर्म करने से चाय में मौजूद पॉलीफेनॉल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स नष्ट हो जाते हैं, जिससे इसके स्वास्थ्य लाभ कम हो जाते हैं[3]।
चाय के सेवन के फायदे और नुकसान
फायदे:
- एंटीऑक्सीडेंट गुण: चाय में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।
- पाचन में सुधार: नियमित रूप से चाय पीने से पाचन तंत्र में सुधार हो सकता है।
- वजन नियंत्रण: कुछ अध्ययनों से पता चला है कि चाय वजन कम करने में सहायक हो सकती है।
नुकसान:
- कैंसर का जोखिम: कुछ अध्ययनों ने यह सुझाव दिया है कि अत्यधिक मात्रा में चाय पीने से ब्रेस्ट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर और अन्य प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है
- एसिडिटी और हार्टबर्न: चाय में कैफीन होने के कारण यह एसिडिटी और हार्टबर्न को बढ़ा सकती है।
- नींद में बाधा: अधिक मात्रा में कैफीन से नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।
ठंडी चाय को गर्म करने के संभावित नुकसान
जब हम ठंडी चाय को फिर से गर्म करते हैं, तो यह बैक्टीरिया के विकास का कारण बन सकता है। इसके अलावा, यदि चाय लंबे समय तक रखी जाती है, तो इसमें मौजूद पोषक तत्व समाप्त हो सकते हैं।
विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर आप ठंडी चाय को फिर से गर्म करना चाहते हैं, तो इसे एक बार ही करें और सुनिश्चित करें कि यह ताजा बनी हुई हो। इसके अलावा, रोजाना 2-3 कप चाय पीना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इससे अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।
ठंडी चाय को फिर से गर्म करने से कैंसर होने की संभावना नहीं है, लेकिन इसके सेवन की मात्रा और तरीके पर ध्यान देना आवश्यक है। स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम भी महत्वपूर्ण हैं।