बिनोद चौधरी(Binod Chaudhary) नेपाल के सबसे अमीर व्यक्ति एक सफल व्यवसायी, राजनीतिज्ञ और परोपकारी हैं। उनका जन्म 14 अप्रैल 1955 को काठमांडू में एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था। उनके दादा, भूरामल दास चौधरी, ने नेपाल में कपड़ा व्यवसाय की शुरुआत की थी, जिसे उनके पिता ने आगे बढ़ाया। बिनोद ने अपने करियर की शुरुआत 19 वर्ष की आयु में की, जब उन्होंने काठमांडू में एक नाइट क्लब खोला। आज, वे चौधरी समूह (CG) के अध्यक्ष और अध्यक्ष हैं, जो उपभोक्ता सामान, आतिथ्य सेवाएं, वित्तीय सेवाएं, शिक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स, जैव प्रौद्योगिकी और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में कार्यरत है।
चौधरी समूह का विकास
बिनोद चौधरी का सबसे प्रसिद्ध उत्पाद है ‘वाय वाय’ नूडल्स, जो भारत, अमेरिका, सऊदी अरब, और कई अन्य देशों में लोकप्रिय है। उनकी कंपनी हर साल लगभग एक अरब नूडल्स पैकेट का उत्पादन करती है। चौधरी समूह ने 19 देशों में 80 से अधिक कंपनियों का संचालन किया है और यह नेपाल की सबसे बड़ी और सबसे विश्वसनीय ब्रांडों में से एक है।
परोपकारिता का योगदान
बिनोद चौधरी ने 2015 में नेपाल में आए भूकंप के बाद राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 20 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया, जिसमें स्कूलों और घरों के पुनर्निर्माण के लिए सहायता शामिल थी। इसके अलावा, उन्होंने 500,000 पैकेट वाय वाय नूडल्स, हजारों जूस के कार्टन और अन्य खाद्य सामग्री जरूरतमंदों को प्रदान की। उनका चौधरी फाउंडेशन, जो 1995 में स्थापित हुआ था, सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के साथ काम कर रहा है।
Binod Chaudhary की संपत्ति
बिनोद चौधरी की वर्तमान संपत्ति 1.7 अरब डॉलर (लगभग 14999 करोड़ रुपये) है, जो उन्हें नेपाल का सबसे अमीर व्यक्ति बनाती है। हालांकि उनकी संपत्ति भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों जैसे मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की संपत्ति के मुकाबले कम है, लेकिन उनका व्यवसायिक सफर और परोपकारिता की भावना उन्हें एक अद्वितीय पहचान देती है।
व्यक्तिगत जीवन और प्रेरणा
बिनोद चौधरी ने अपनी शिक्षा के दौरान चार्टर्ड एकाउंटेंसी की पढ़ाई करने की योजना बनाई थी, लेकिन अपने पिता की बीमारी के कारण उन्हें परिवार के व्यवसाय में शामिल होना पड़ा। वे बॉलीवुड के सितारों अमिताभ बच्चन और रणबीर कपूर के प्रशंसक हैं और रतन टाटा से प्रेरित हैं। उनका मानना है कि व्यवसाय में सफलता के लिए कड़ी मेहनत और सही समय पर सही निर्णय लेना आवश्यक है।
बिनोद चौधरी की कहानी न केवल उनके व्यवसायिक कौशल को दर्शाती है, बल्कि उनकी परोपकारिता और समाज के प्रति जिम्मेदारी को भी उजागर करती है। उन्होंने नेपाल में न केवल अपनी संपत्ति बनाई है, बल्कि समाज के उत्थान में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।