बिजली मीटरों में छेड़छाड़ करना एक पुरानी समस्या है, जो समय-समय पर बिजली विभाग के सामने चुनौती के रूप में उभर कर आती रही है। मुरादाबाद और अमरोहा जैसे इलाकों में टैंपर्ड मीटर के मामले सामने आने पर विभाग द्वारा कठोर कार्रवाई की गई है। हाल ही में अमरोहा में एक उपभोक्ता की शिकायत पर बिजली मीटर में छेड़छाड़ की पुष्टि होने पर आरोपी मीटर रीडर और सुपरवाइजर की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।
बिजली चोरी के खिलाफ निरंतर प्रयास
बिजली चोरी के मामले देश के कई हिस्सों में आम हैं। इसमें मीटर से बाईपास कर तार को मोड़ना या कट लगाना शामिल है। जिससे विभाग को भारी आर्थिक नुकसान होता है। ऐसे मामलों में पकड़े जाने पर विभाग द्वारा मौके पर पहुंचकर मीटर की जांच की जाती है और टैंपर्ड मीटर की पुष्टि होने पर कड़ी कार्रवाई की जाती है।
हालिया घटना और कार्रवाई
अमरोहा में उपभोक्ता असलम अली के केस में उनका कमर्शियल मीटर बिना किसी विभागीय स्वीकृति के बदल दिया गया था। जब इस मीटर की लैब में जांच की गई, तो यह स्पष्ट हुआ कि मीटर से छेड़छाड़ कर विभाग को भारी राजस्व की हानि पहुंचाई गई। इस पर विभाग ने मीटर रीडर और सुपरवाइजर की सेवाओं को समाप्त कर दिया और बिलिंग एजेंसी से भी जवाब मांगा।
बड़े स्तर पर कार्रवाई के निर्देश
पश्चिमांचल के एमडी ईशा दुहन ने इस प्रकरण पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है और पश्चिमांचल के सभी जिलों के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंताओं को ऐसे मामलों की गहन जांच कराकर गड़बड़ी मिलने पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यह कदम बिजली चोरी और छेड़छाड़ के खिलाफ एक मजबूत संदेश भेजने के लिए उठाया गया है। ताकि भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।