chanakya-niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार घर में कुछ विशेष चीजें होने पर यह संकेत मिलता है कि बुरा समय नजदीक है. इन चीजों में कलह और अशांति का माहौल होना शामिल है. जब घर में लड़ाई-झगड़े बढ़ जाते हैं और शांति भंग होती है तो यह बुरा समय आने का प्रमुख संकेत है.
घर में कलह और उसके असर
घर में अशांति और कलह न केवल पारिवारिक सदस्यों के बीच दूरियां बढ़ाती हैं, बल्कि इससे घर की समृद्धि पर भी असर पड़ता है. आचार्य चाणक्य के अनुसार, जिस घर में कलह होती है, वहां नकारात्मकता (negativity) हावी रहती है और खुशहाली दूर हो जाती है.
माता-पिता और बुजुर्गों का आदर
घर में बुजुर्गों और माता-पिता का सम्मान अत्यंत आवश्यक है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जहां बुजुर्गों का अपमान (disrespect of elders) होता है वहां खुशहाली कभी नहीं रहती और ऐसे घर में अक्सर परेशानियां उत्पन्न होती हैं.
घर में ईश्वर का नाम
आचार्य चाणक्य ने यह भी कहा है कि हर घर में ईश्वर का नाम नियमित रूप से लिया जाना चाहिए. जिन घरों में ईश्वर का नाम नहीं लिया जाता वहां दरिद्रता (poverty) रहती है और ऐसे घरों में बरकत नहीं होती.
घर में खुशहाली के उपाय
अगर आपके घर में उपरोक्त संकेत नजर आते हैं तो आचार्य चाणक्य के अनुसार कुछ सरल उपायों से घर में सकारात्मकता और खुशहाली लाई जा सकती है. रोज़ाना पूजा-पाठ, बुजुर्गों का सम्मान करना, और परिवार के सदस्यों के बीच संवाद बढ़ाने जैसे कार्य इसमें सहायक हो सकते हैं.