11 Richest Temples in India In Hindi, भारत 64 करोड़ देवी-देवताओं की भूमि है, जो अपने प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों के लिए विश्वविख्यात है। लेकिन भारत के कुछ ऐसे प्रसिद्ध और सबसे अमीर मंदिर भी है, जो हर साल दुनिया भर से लाखों श्र्धालुयों को अपनी और आकर्षित करते हैं। और प्रत्येक बर्ष श्र्धालुयों के द्वारा इन मंदिरों में 1 रूपये से लेकर करोड़ों रुपये तक, सोने, चांदी से लेकर हीरे के आभूषण तक सभी प्रकार के दान किये जाते है। सालाना भारत के मंदिरों में अरबो रूपये दान किये जाते है। लेकिन हम भारत के सभी मंदिरों को छोड़कर कुछ सबसे अमीर मंदिरों की बात करें तो, भारत में तिरुपति बालाजी, श्री वैष्णो देवी मंदिर, सिद्धि विनयाक मंदिर, साईं बाबा मंदिर, श्री जगन्नाथ पूरी मंदिर इत्यादि ऐसे मंदिर है, जिनमे हर साल अरबो रूपये का दान किया जाता है और ये भारत के सबसे अमीर मंदिरों में शुमार है।
तो आज हम यहाँ अपने लेख में भारत के 11 सबसे अमीर मंदिरों के बारे में बताने जा रहे है, जिनकी संपत्ति किसी बिजिनिस मेन की सम्पत्ति से भी कई गुना अधिक है –
तिरुपति बालाजी मंदिर – Tirupati Balaji Temple In Hindi
10 वीं शताब्दी में निर्मित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक तीर्थ स्थलों में से एक है। श्री स्वामी पुष्करणी नदी के दक्षिण में स्थित इस मंदिर का निर्माण पारंपरिक द्रविड़ शैली की वास्तुकला में किया गया है। मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की 8 फीट ऊंची पवित्र मूर्ति है, जिसे सोने के गुंबद के नीचे विराजित किया गया है, जिसका नाम आनंद निलय दिव्य विमना है।
एक सरकारी वेबसाइट के अनुसार, हर दिन औसतन 30,000 श्रद्धालु 6 मिलियन अमरीकी डालर जितनी संपत्ति मंदिर में दान करते हैं ,जबकि वर्तमान में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की बार्षिक सम्पति लगभग 650 करोड़ रुपये है। जिसमे 52 टन सोने के आभूषण शामिल हैं। हर साल मंदिर ट्रस्ट द्वारा तीर्थयात्रियों से दान पेटियों में प्राप्त 3000 किलोग्राम से अधिक सोने को राष्ट्रीयकृत बैंकों में भंडार के रूप में रखा जाता है।
- वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की बार्षिक संपति – लगभग 650 करोड़ रुपये
- वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का स्थान – तिरुपति ( आंध्रप्रदेश)
पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल – Padmanabhaswamy Temple Keral In Hindi
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित, भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों और सबसे धनी मंदिरों में से एक है, जिस पर सोने की परत चढ़ी हुई है। आपको बता दें कि यह मंदिर 108 दिव्य देशमों में से एक है, जो वैष्णववाद के धर्म में पूजा का प्रमुख केंद्र हैं। पद्मनाभस्वामी मंदिर में भगवान विष्णु के अवतार भगवान पद्मनाभ की पूजा की जाती है। यह दिव्य मंदिर भारत के उन गिने-चुने मंदिरों में से एक है, जहाँ केवल हिंदू धर्म के लोग ही प्रवेश कर सकते हैं। 7 जुलाई 2011 को इस मंदिर में पांच तहखानों की खोज की गई थी, जहाँ से लगभग 1,00,000 करोड़ रूपये की संपत्ति पाई गयी थी।
- श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर की बार्षिक संपत्ति – लगभग 500 करोड़ रूपये
- श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर का स्थान – तिरुवनंतपुरम (केरल)
वैष्णो देवी मंदिर – Vaishno Devi Temple In Hindi
वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है, जिसका दुनिया भर से लाखों भक्तों द्वारा दौरा किया जाता है। वैष्णो माता का पवित्र मंदिर हर मौसम में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। त्रिकुटा पहाड़ियों में, कटरा से 15 किमी की दूरी पर, समुद्रतल से 1560 मीटर की ऊँचाई पर स्थित माता वैष्णो देवी का पवित्र गुफा मंदिर है, जहाँ आध्यात्मिकता और वातावरण में जीवंतता है।
माता वैष्णो देवी मंदिर जम्मू -कश्मीर के साथ-साथ पूरे भारत का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है, जहाँ हर साल हजारों तीर्थयात्री मां वैष्णों का आशीर्वाद लेने के लिए जाते हैं। आपको बता दे वैष्णो माता मंदिर की संपत्ति 500 करोड़ के आसपास है, और यह भारत में तिरुपति बालाजी के बाद भारत के दूसरे सबसे अधिक देखा जाने वाले मंदिर हैं।
- वैष्णो देवी मंदिर की संपत्ति – लगभग 500 करोड़ रूपये
- वैष्णो देवी मंदिर का स्थान – कटरा ( जम्मू-कश्मीर )
स्वर्ण मंदिर अमृतसर – Golden Temple Amritsar In Hindi
अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर भारत में सबसे पवित्र और ऐतिहासिक स्थानों में से एक है, जो भारत के सबसे अमीर मंदिरों की सूची में भी शामिल है। और आपको बता दे इस मंदिर का ऊपरी माला 400 किलो सोने से निर्मित है, इसलिए इस मंदिर को स्वर्ण मंदिर नाम दिया गया। हरमंदिर साहिब अमृतसर, पंजाब में स्थित एक सिख गुरुद्वारा है जिसके अन्दर एक पवित्र ग्रन्थ मौजूद है। कहने को तो ये सिखों का गुरुद्वारा है, लेकिन मंदिर शब्द का जुडऩा इसी बात का प्रतीक है कि भारत में हर धर्म को एकसमान माना गया है। यही वजह है कि यहां सिखों के अलावा हर साल विभिन्न धर्मों के लाखों श्रद्धालु स्वर्ण मंदिर का दौरा करते हैं।
- स्वर्ण मंदिर की बार्षिक आय – लगभग 500 करोड़
- स्वर्ण मंदिर का स्थान – अमृतसर पंजाब
साईं बाबा मंदिर शिरडी – Sai Baba temple In Hindi
शिरडी महाराष्ट्र में स्थित साईं बाबा मंदिर दुनिया के शीर्ष तीर्थ स्थलों में से एक है, जिसका निर्माण वर्ष 1922 में किया गया था। साईं बाबा मंदिर भारत के तीसरे सबसे अमीर मंदिर के रूप में जाना जाता है। ख़बरों के अनुसार माना जाता है की मंदिर ट्रस्ट द्वारा 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का संग्रह किया गया है, जिसमे 380 किलोग्राम सोना, 4,428 किलोग्राम चांदी शामिल हैं। जहाँ विभिन्न धर्मों और जातियों के लाखों श्रद्धालु रोज़ाना आते हैं। श्री साईं बाबा की इस पावन मंदिर में हर साल लाखों श्र्धालुयों और पर्यटकों का द्वारा दान किया जाता है।
- साईं बाबा मंदिर की बार्षिक संपत्ति – 320 करोड़ के आसपास
- साईं बाबा मंदिर का स्थान – शिरडी महाराष्ट्र
सिद्धिविनायक मंदिर – Siddhivinayak temple In Hindi
महाराष्ट्र राज्य में स्थित, सिद्धिविनायक मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध गणेश मंदिरों में से एक है, जो भगवान गणेश जी को समर्पित है। सिद्धिविनायक मंदिर भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से भी एक है, जिसका 1900 के दशक से बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों द्वारा दौरा किया जाता आ रहा है। कभी सिद्धिविनायक मंदिर ईंट की एक छोटी संरचना हुआ करती थी जो आज भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है।
- सिद्धिविनायक मंदिर की सम्पत्ति – लगभग 125 करोड़
- सिद्धिविनायक मंदिर का स्थान – महाराष्ट्र
जगन्नाथ मंदिर पुरी – Jagannath Temple In Hindi
पवित्र शहर पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और अमीर मंदिरों में से एक है, जो हर साल लाखों श्र्धालुयों और पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है। जगन्नाथ मंदिर का निर्माण 11 वीं शताब्दी में राजा इंद्रद्युम्न द्वारा करबाया गया था। यह शानदार मंदिर भगवान जगन्नाथ का निवास है, जो भगवान विष्णु का एक रूप है। यह हिंदुओं के लिए सबसे श्रद्धेय तीर्थ स्थल है और बद्रीनाथ, द्वारका और रामेश्वरम के साथ पवित्र चार धाम यात्रा में शामिल है। वर्ष 2010 की एक रिपोर्ट के अनुसार, भगवान जगन्नाथ मंदिर की संपत्ति 150 करोड़ से अधिक थी। और इसी बजह से जगन्नाथ मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में शामिल है। और आपको बता दे मंदिर को एक बार एक यूरोपीय भक्त द्वारा 1.72 करोड़ का दान किया गया था।
- जगन्नाथ मंदिर की संपत्ति – 150 करोड़
- जगन्नाथ मंदिर का स्थान – पुरी उड़ीसा
सबरीमाला मंदिर केरल – Sabarimala Temple keral In Hindi
भारत के सबसे धनी मंदिरों में से एक सबरीमाला मंदिर केरल के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। भारत के इस पवित्र मंदिर में हर साल लगभग 100 मिलियन भक्तों द्वारा दौरा किया जाता है। सबरीमाला मंदिर केरल के पठानमथिट्टा में स्थित दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा और भारत का पहला सबसे बड़ा मंदिर है। भगवान अयप्पा को समर्पित यह मंदिर प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। मंदिर मुख्य समुद्र तल से 4,133 फीट की ऊंचाई पर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, और पहाड़ों और घने जंगलों से घिरा हुआ है। इस मंदिर के बारे में अजीब तथ्य यह है कि केवल पुरुष ही इस मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। राजस्व विभाग की गणना के अनुसार मंदिर की संपत्ति 230 करोड़ रु के आसपास आंकी गयी है, जो भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है।
- सबरीमाला मंदिर के संपत्ति – 245 करोड़
- सबरीमाला मंदिर का स्थान – पठानमथिट्टा केरल
मीनाक्षी मंदिर तमिलनाडु – Meenakshi temple Tamil Nadu In Hindi
ऐतिहासिक मीनाक्षी अम्मन मंदिर तमिलनाडु के मदुरई नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है। वर्ष 1623 और 1655 के बीच निर्मित, इस जगह की अद्भुत वास्तुकला विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। मीनाक्षी मंदिर भारत के उन गिने-चुने मंदिरों में से एक है, जहाँ प्रतिदिन लगभग 20 से 30 हजार भक्तों के द्वारा दर्शन किये जाते हैं। मीनाक्षी मंदिर के परिसर में लगभग 33,000 मूर्तियां हैं। जबकि मंदिर के मुख्य देवता सुंदरेश्वर (भगवान शिव) की पत्नी देवी मीनाक्षी हैं। मंदिर में 14 गोपुरम हैं जिनकी ऊँचाई 45 से 50 मीटर के बीच है। मंदिर में दो स्वर्ण गाड़ियां भी हैं, जो इस प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ की भव्यता को बढ़ाती हैं और इसे भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक बनाती हैं।
- मीनाक्षी मंदिर तमिलनाडु की संपत्ति – 6 करोड़ रूपये
- मीनाक्षी मंदिर तमिलनाडु का स्थान – मदुरई तमिलनाडु
सोमनाथ मंदिर गुजरात – Somnath Temple Gujarat In Hindi
भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। यह गुजरात के पश्चिमी तट पर स्थित है, और देश के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। इसका उल्लेख प्राचीन ग्रंथों जैसे श्रीमदभागवत गीता, स्कंदपुराण, शिवपुराण और ऋग्वेद में किया गया है, जो इस मंदिर के महत्व को सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक के रूप में दर्शाता है। इस मंदिर की अपार संपदा और महिमा इतनी अधिक थी कि इसे गजनी के तुर्क शासक महमूद ने 17 बार लूटा और नष्ट किया। मंदिर के पास अभी भी पर्याप्त बेशकीमती संपत्ति है जो इसे भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक बनाती है।
- सोमनाथ मंदिर की संपत्ति – 11 करोड़ रूपये और 1700 एकड़ भूमि
- सोमनाथ मंदिर का स्थान – गुजरात
काशी विश्वनाथ मंदिर – Kashi Vishwanath Temple In Hindi
पवित्र नदी गंगा के पश्चिमी तट पर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर भारत के सबसे श्रद्धेय धार्मिक स्थलों में से एक है। वाराणसी के मध्य में स्थित यह मंदिर लाखों हिंदुओं के लिए आस्था का केंद्र है। काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य देवता भगवान शिव हैं, जिन्हें विश्वनाथ या विश्वेश्वर के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है ‘ब्रह्मांड का शासक’। मंदिर में मौजूद ज्योतिर्लिंग को देश के सभी ज्योतिर्लिंगों में से 12 वां माना जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर ने अतीत में कई बार लूट और तोड़फोड़ का सामना करने के बावजूद अपनी महिमा बनाए रखी है। गणना की जाती है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में हर साल 3 मिलियन से अधिक घरेलू और 2 लाख विदेशी पर्यटक आते हैं, और दान करते है। इस मंदिर को मिलने वाला वार्षिक दान लगभग 4-5 करोड़ रूपये है, जो इसे भारत के सबसे धनी मंदिरों में से एक बनाते हैं। इसके अलावा आपको बता दे इस मंदिर में तीन गुंबद हैं, जिनमें से दो गुंबद पर सोने की परतें चढ़ी हुई हैं।
- काशी विश्वनाथ मंदिर की बार्षिक आय – 4-5 करोड़ रूपये
- काशी विश्वनाथ मंदिर का स्थान – वाराणसी