भारतीय संस्कृति में विवाह की अनेक परंपराएं हैं जिनमें से कुछ आश्चर्यजनक होती हैं. इन्हीं में से एक है मामा-भांजी की शादी जो कुछ भारतीय समुदायों में प्रचलित है. यह अनोखी सांस्कृतिक और सामाजिक मान्यताओं से गहराई से जुड़ा हुआ है हालांकि यह कई लोगों के लिए विवादास्पद भी है.
कहां होती है ऐसी शादी?
दक्षिण भारत में कुछ स्थानों पर यह परंपरा देखने को मिलती है जहां मामा और भांजी के बीच विवाह संपन्न किया जाता है (South India uncle-niece marriage). इस परंपरा का पालन कई आदिवासी और ग्रामीण समुदायों में देखा जा सकता है जहां यह जातीय और पारिवारिक बंधनों को मजबूत करने के लिए किया जाता है.
इस परंपरा के पीछे के कारण
इस अनोखी शादी के पीछे कई कारण होते हैं. मुख्य रूप से यह शादी जमीन और संपत्ति को परिवार में ही रखने की कोशिश के तहत की जाती है (property and heritage reasons). साथ ही कुछ समुदायों में यह मान्यता है कि इससे परिवार में खुशहाली और समृद्धि आती है जबकि कुछ जगहों पर सामाजिक दबाव भी इस तरह के विवाह का कारण बनता है.
इस परंपरा की सामाजिक और कानूनी वैधता
मामा-भांजी की शादी को कई बार गलत माना जाता है क्योंकि इससे जुड़े वैवाहिक बंधन कई मामलों में कानूनी रूप से मान्य नहीं होते (legal issues in marriage). इसके अलावा इस तरह की शादियां महिलाओं के अधिकारों के हनन का कारण भी बनती हैं और बच्चों में जन्मजात समस्याओं का खतरा बढ़ाती हैं.