जितने भी दिव्यांग बच्चे गंभीर बिमारी से पीड़ित हैं उनका सम्पूर्ण इलाज का खर्चा सरकार उठाने जा रही है
देश की जनता की स्वास्थ्य सुविधा को देखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकारें कई तरह की योजनाओं का संचालन करती रहती है। जिससे देश में स्वास्थ्य सुविधा को और बेहतर बनाया जा सके। सामान्य लोगों के इलाज के साथ-साथ दिव्यांगों के इलाज में भी सरकार अपना सम्पूर्ण योगदान देती है। जितने भी विकलांग गंभीर रोगों से ग्रसित हैं उनके इलाज में सरकार अब कोई भी कमी नहीं छोड़ेगी। जितने भी दिव्यांग बच्चे गंभीर बिमारी से पीड़ित हैं उनका सम्पूर्ण इलाज का खर्चा सरकार उठाने जा रही है अर्थात उनका इलाज मुफ्त में ही किया जाएगा। यह इलाज एक योजना के तहत प्रदान किया जाएगा। आइए जानते हैं इस योजना का लाभ कैसे उठाया जाता है।
40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता
गंभीर बिमारी से पीड़ित जिन बच्चों की दिव्यांगता 40 फीसदी से ज्यादा होती है उन्हें ही वित्तीय सहायता का लाभ प्रदान किया जाएगा। तथा उनके परिवार की वार्षिक आय दो लाख रूपए से अधिक न हो। वह भारत देश का मूल निवासी हो।
कैसे मिलेगा लाभ?
जिलाधिकारियों द्वारा बताया गया है कि इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए थाना सिविल लाइंस स्थित विकास भवन में डीपीओ ऑफिस से कार्यवाही की जाती है अथवा को डायरेक्ट जनता दर्शन में हमें एप्लीकेशन दे सकता है। इसके पश्चात डायरेक्ट रेफर किया जाता है तथा जितना भी इलाज में खर्चा आता है। इसका जो पूरा खर्चा होता है वह मिशन मुस्कान तथा मिशन समर्थ द्वारा किया जाता है।
113 बच्चों की हुई सर्जरी
जिलाधिकारी जोगिन्दर सिंह के नेतृत्व में रामपुर में मिशन मुस्कान एवं मिशन समर्थ के तहत एक सराहनीय पहल की गई है। आपको बता दें इन स्कीम के माध्यम से, गरीब परिवार के बच्चों का इलाज मुफ्त में किया जाएगा।
जिलाधिकारी जी ने कहा, कि अब तक रामपुर जनपद में 113 बच्चों की सर्जरी हो चुकी है। जो इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हो गए हैं तथा सामान्य जीवन जी रहें हैं। यह योजना गरीब परिवार वालों के लिए एक कल्याणकारी योजना साबित हो चुकी है, क्योंकि गरीब परिवार अपने बच्चों के इलाज का खर्चा उठाने में असमर्थ रहते थे।
योजना के तहत बच्चों का गंभीर से गंभीर इलाज बेहतर तरीके से किया जाएगा। मिशन मुस्कान एवं मिशन समर्थ के तहत, सरकार कई प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा शुरू करती, जिनमें सर्जरी, दवाएं एवं पुनर्वास शामिल है।
मुफ्त में होगा इलाज
योजना का उद्देश्य गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों का इलाज मुफ्त करना है। अर्थात जितने में कमजोर परिवार है जिनके पास अपने बच्चों का इलाज करने के लिए पैसे नहीं है उनके बच्चों का इलाज निशुल्क सरकार द्वारा किया जाएगा। बच्चे के इलाज, दवाई एवं सर्जरी का पूरा खर्चा सरकार द्वारा उठाया जाएगा। अब से कोई भी गरीब बच्चा बीमार नहीं रहेगा तथा उनके घर वालों को भी वित्तीय सहायता के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
श्रद्धा का उपचार किया गया
जैसा की आप सब जानते हैं कैंसर एक बहुत ही खतरनाक बिमारी है जिसका नाम ही लेने से लोग डरते हैं। बात करे इस बिमारी का इलाज, तो वह बहुत महंगा होता है साथ में दवाइयों का भी काफी खर्चा होता है। इस गंभीर बिमारी से तो कई लोगों की मौत भी हो जाती है। लोग कहते हैं कि यह बीमारी उम्र के हिसाब से होती है लेकिन ऐसा नहीं है बिलासपुर की खुंटाखेड़ा की तीन साल की बच्ची इतनी सी उम्र में कैंसर बिमारी से ग्रसित हो गई। श्रद्धा के इलाज के लिए बरेली स्थित श्री राममूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस से उपचार के सम्बन्ध में एस्टीमेट प्राप्त किया गया था। उपचार के लिए खर्चा करीबन 2 लाख रूपए आया जिसका खर्चा प्रशासन द्वारा उठाया गया ,