बीमा सुगम: सरकार और कई कंपनियों द्वारा कई सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इस योजना की मदद से लोगों को आर्थिक मदद और स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जा रहा है। हर कोई अपने परिवार के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता है। ऐसे में बीमा लेना सही साबित होता है। आपको बता दें कि हाल ही में बीमा सुगम इंडिया फेडरेशन की ओर से 5 सितंबर को एक बड़ा ऐलान किया गया। इस ऐलान में कंपनी ने कहा है कि उसका डिजिटल इंश्योरेंस मार्केटप्लेस बीमा सुगम इसी साल शुरू हो जाएगा। इस प्लेटफॉर्म को IRDAI के 2024 नियमों के आधार पर डिजाइन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य साल 2047 तक सभी भारतीयों को बीमा उपलब्ध कराना है; यानी 2047 तक सभी के लिए बीमा का विजन पूरा होगा।

बीमा सुगम कैसे काम करेगा?
साथ ही, यह प्लेटफ़ॉर्म एक पेपरलेस डिजिटल गेटवे होगा। यहाँ से लोग बीमा पॉलिसी, प्रीमियम दर, दावा और शिकायत आदि खरीद सकेंगे। शुरुआत में, बीमा कंपनियों को पायलट प्रोग्राम से जोड़ा जाएगा। फिर कंपनियों और ग्राहकों को सही तरीके से जोड़ा जाएगा। ग्राहकों के लिए सेवाएँ धीरे-धीरे शुरू की जाएँगी।
निवेश और प्रबंधन के बारे में जानें
आपको बता दें कि बीमा सुगम की अधिकृत पूंजी 500 करोड़ रुपये और चुकता पूंजी लगभग 310 करोड़ रुपये है। यह एक गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में काम कर रही है, जिसे कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत तैयार किया गया है। इसमें जीवन बीमा, सामान्य बीमा और स्वास्थ्य बीमा कंपनियों की शेयरधारिता है, लेकिन किसी भी कंपनी के पास नियंत्रक हिस्सेदारी नहीं होगी।

जानिए क्या होंगे फायदे
बीएसआईएफ के एमडी और सीईओ प्रसून सिकदर के अनुसार, यह प्लेटफॉर्म देश में बीमा खरीदने, सर्विस देने और बेचने के तरीके को बदल देगा। इससे ग्राहकों को ज़्यादा पारदर्शिता और सुविधा मिलेगी। इसे एक डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर डिज़ाइन किया जा रहा है। इससे बीमा क्षेत्र में पैठ और विश्वास दोनों बढ़ेगा। बीमा सुगम आने वाले समय में बीमा को उतना ही आसान बना देगा जितना आज यूपीआई ने लेन-देन को आसान बना दिया है।

 
			 
                                 
                              
		 
		 
		 
		