एहसानुल्लाह ने दी अभिषेक शर्मा को चुनौती: कहा – “तीन गेंदों में कर दूंगा आउट”
पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज एहसानुल्लाह ने भारत के स्टार ओपनर अभिषेक शर्मा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया है कि अगर उन्हें मौका मिला तो वे अभिषेक शर्मा को सिर्फ तीन गेंदों में आउट कर देंगे। हाल ही में एशिया कप में शानदार प्रदर्शन के बाद अभिषेक शर्मा का नाम पूरे क्रिकेट जगत में छा गया है, और पाकिस्तान में भी उनकी बल्लेबाजी की खूब चर्चा हो रही है।
🇮🇳 एशिया कप में छाए रहे अभिषेक शर्मा
नई दिल्ली से मिली जानकारी के अनुसार, एशिया कप 2025 में अभिषेक शर्मा भारत के सबसे सफल बल्लेबाज साबित हुए। उन्होंने 7 मैचों में 314 रन बनाए, जिसमें तीन अर्धशतक और लगभग 200 का स्ट्राइक रेट शामिल था। अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार भी मिला। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत को खिताब दिलाने में उनकी भूमिका अहम रही।
🇵🇰 एहसानुल्लाह की धमकी – “मेरी यॉर्कर नहीं खेल पाएगा”
पाकिस्तानी पेसर एहसानुल्लाह ने एक वीडियो जारी कर अभिषेक शर्मा को खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा,
“अगर मुझे भारत के खिलाफ खेलने का मौका मिला, तो मैं अभिषेक शर्मा को 3 से 6 गेंदों में आउट कर दूंगा। मेरी यॉर्कर उसकी समझ से बाहर होगी।”
एहसानुल्लाह वही गेंदबाज हैं जिन्होंने 2023 पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में 152.65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सबको चौंका दिया था। चोट के कारण वह फिलहाल टीम से बाहर हैं, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के लिए 4 टी20 और 1 वनडे खेला है, जिसमें उन्होंने टी20 में 6 विकेट झटके हैं।
⚡“अभिषेक मेरी गेंद पर फंसेगा” – एहसानुल्लाह का दावा
एहसानुल्लाह का कहना है कि अभिषेक शर्मा उनकी तेज़ गेंदों को संभाल नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा,
“अगर मैं 140 की स्पीड से गेंद करूंगा, तो उसे 160 की लगेगी। मेरी गेंदें लेफ्ट हैंड बल्लेबाज की तरफ अंदर आती हैं, और वो ऐसी गेंदों पर अक्सर फंसता है। मैं लेफ्टी पर हमेशा राइट कंधे की ओर बाउंसर डालता हूं – और आप जानते हैं मेरा बाउंसर कितना खतरनाक है।”
🏏 अनुभव में आगे हैं अभिषेक शर्मा
दिलचस्प बात यह है कि अभिषेक शर्मा टी20 क्रिकेट में एहसानुल्लाह से 20 मैच ज्यादा खेल चुके हैं। उन्होंने अपने करियर में शानदार प्रदर्शन के जरिए खुद को एक भरोसेमंद ओपनर के रूप में साबित किया है।
🌟 संघर्ष से सफलता तक
अभिषेक शर्मा 2018 के अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं। हालांकि, सीनियर टीम तक पहुंचने में उन्हें लगभग छह साल लगे। वे मानते हैं कि धीरे-धीरे आगे बढ़ने से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। उन्होंने कहा कि कुछ खिलाड़ियों ने “लिफ्ट ली”, लेकिन उन्होंने “सीढ़ियां चढ़ीं” और यही उनकी असली ताकत बनी।
अभिषेक के खेल ने यह दिखाया है कि मेहनत और धैर्य से सफलता जरूर मिलती है — और अब देखने वाली बात होगी कि क्या एहसानुल्लाह की चुनौती कभी मैदान पर हकीकत बनती है या नहीं।