सोमवार को भारतीय शेयर बाजारों — सेंसेक्स और निफ्टी 50 — के कमजोर शुरुआत करने की संभावना जताई जा रही है। इसका मुख्य कारण अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के उत्पादों पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा है। इस फैसले से वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ी है और एशियाई बाजारों में भी गिरावट का माहौल देखने को मिल रहा है।
🌍 वैश्विक बाजारों का बदलता मूड
पिछले सप्ताह अमेरिकी शेयर बाजारों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। S&P 500 और Nasdaq इंडेक्स में कई महीनों की सबसे बड़ी एकदिवसीय गिरावट दर्ज हुई। सोमवार को एशियाई बाजार भी कमजोर खुले — जापान का बाजार अवकाश के कारण बंद रहा, जबकि दक्षिण कोरिया का KOSPI इंडेक्स 1.35% फिसला। हांगकांग के शेयर बाजारों में भी गिरावट का दबाव बना हुआ है।
📈 भारतीय बाजारों की पिछली मजबूती
पिछले हफ्ते शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन तेजी रही। निफ्टी 50 ने 25,200 का स्तर पार किया, जबकि सेंसेक्स 328.72 अंकों की बढ़त के साथ 82,500.82 पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 103.55 अंकों की तेजी देखी गई और यह 25,285.35 पर बंद हुआ।
📊 इस हफ्ते किन कारकों पर रहेगी निवेशकों की नजर
- अमेरिका-चीन के बीच बढ़ता टैरिफ विवाद
- भारत का महंगाई दर (Inflation Data)
- कंपनियों के Q2 तिमाही नतीजे
- अमेरिकी सरकार के शटडाउन की संभावना
- IPO बाजार की गतिविधियाँ
- विदेशी निवेशकों का पूंजी प्रवाह
- घरेलू और वैश्विक आर्थिक संकेतक
- भू-राजनीतिक परिस्थितियाँ
⚔️ अमेरिका-चीन तनाव और भारत पर असर
ट्रंप ने चीन से आयातित उत्पादों पर 100% टैरिफ लागू करने की घोषणा की है, साथ ही 1 नवंबर से महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट पर नई पाबंदियाँ लगाने का ऐलान किया है। उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ संभावित मुलाकात पर भी सवाल उठाए हैं।
इसके जवाब में चीन ने कहा है कि वह टैरिफ युद्ध नहीं चाहता, लेकिन दबाव में झुकेगा भी नहीं। चीन ने अमेरिका से बातचीत के जरिए समाधान निकालने की अपील की है।
📉 बाजार में मौजूदा स्थिति
- अमेरिकी बाजारों की गिरावट के बाद फ्यूचर मार्केट में हल्की रिकवरी देखी गई है।
- सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊँचाई पर हैं क्योंकि निवेशक सुरक्षित विकल्प की ओर बढ़ रहे हैं।
- डॉलर और अन्य मुद्राओं में हल्की अस्थिरता बनी हुई है।
- क्रूड ऑयल की कीमतें पांच महीने के निचले स्तर से थोड़ा ऊपर आई हैं।
💡 निवेशकों के लिए सलाह
सोमवार का दिन बाजार के लिए उतार-चढ़ाव वाला रह सकता है। ऐसे में निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेना चाहिए। ग्लोबल संकेतों के बीच जोखिम भरे सौदों से बचें और केवल मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करें।
यदि आप किसी स्टॉक में खरीद या बिक्री का विचार कर रहे हैं, तो पहले विस्तृत रिसर्च करें और एक्सपर्ट की सलाह लें।
भले ही आज के सत्र में हल्की गिरावट दिखे, लेकिन लंबी अवधि में भारतीय बाजारों का दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है। संयम और सही रणनीति अपनाने वाले निवेशकों को आगे चलकर अच्छे रिटर्न मिलने की उम्मीद है।