क्या आपका आधार कार्ड गलती से डिएक्टिवेट हो गया है? परेशान होने की जरूरत नहीं! UIDAI ने अब ऐसी सरल और तेज प्रक्रिया जारी की है जिससे आप घर बैठे या नजदीकी आधार केंद्र पर जाकर अपने आधार कार्ड को आसानी से दोबारा एक्टिवेट कर सकते हैं। जानिए पूरी स्टेप-बाय-स्टेप गाइड, जरूरी डॉक्यूमेंट्स और प्रक्रिया का पूरा समय।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने हाल ही में आधार कार्ड डिएक्टिवेट होने के बढ़ते मामलों को देखते हुए, एक अहम फैसला लिया है। अब जिन लोगों का Aadhaar गलती से डिएक्टिवेट हो गया है, वे आसानी से इसे दोबारा एक्टिवेट कर सकते हैं। दरअसल, आधार कार्ड आज के समय में आपकी पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। बैंकिंग, पासपोर्ट, स्कूल एडमिशन, ऑफिस वेरिफिकेशन या सरकारी योजनाओं तक हर जगह इसकी जरूरत होती है। ऐसे में अगर यह डिएक्टिवेट हो जाए तो मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
क्यों होता है Aadhaar Card डिएक्टिवेट?
UIDAI के अनुसार, अक्सर डेटा में गड़बड़ी, गलत मृत्यु पंजीकरण या डुप्लिकेट जानकारी के चलते आधार कार्ड डिएक्टिवेट हो जाता है। कई बार किसी अन्य की मृत्यु दर्ज हो जाती है लेकिन गलत आधार संख्या दर्ज हो जाने से जीवित व्यक्ति का कार्ड डिएक्टिवेट कर दिया जाता है।
हालांकि अब, UIDAI ने यह सुनिश्चित किया है कि यदि किसी व्यक्ति का Aadhaar गलतफहमी में डिएक्टिवेट हुआ है, तो वह व्यक्ति इसे फिर से एक्टिवेट कर सकता है – और वह भी ऑफलाइन और आंशिक रूप से ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए।
आधार कार्ड को दोबारा एक्टिवेट करने की पूरी प्रक्रिया
यदि आपका Aadhaar कार्ड डिएक्टिवेट हो चुका है, तो आपको इसे दोबारा एक्टिवेट करवाने के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा। इस प्रक्रिया की शुरुआत एक आवेदन से होती है, जिसे आप UIDAI अथवा राज्य सरकार के नजदीकी कार्यालय में भेज सकते हैं। यह आवेदन आप डाक, ईमेल या व्यक्तिगत रूप से जाकर भी जमा कर सकते हैं।
आवेदन जमा होने के दो हफ्ते के भीतर UIDAI की ओर से आपको एक नोटिस मिलेगा। इसमें आपको आधार सेवा केंद्र पर जाकर अपनी बायोमेट्रिक जानकारी — जैसे कि आंखों की पुतली (Iris), चेहरा और फिंगरप्रिंट — फिर से सत्यापित करवाने के लिए बुलाया जाएगा।
आवेदन के बाद क्या होता है?
जब आपकी बायोमेट्रिक जानकारी सफलतापूर्वक ले ली जाती है, तो UIDAI के अधिकारी सारी जानकारी की प्रामाणिकता की जांच करते हैं। इसके बाद 30 दिन के भीतर आपको यह जानकारी दे दी जाएगी कि आपका आधार दोबारा एक्टिवेट हो चुका है या नहीं।
इसके अतिरिक्त, Aadhaar आवेदन की स्थिति आपको SMS के जरिए भी दी जाएगी। आप चाहें तो myAadhaar पोर्टल पर लॉगिन कर भी इसकी स्थिति ऑनलाइन देख सकते हैं।
आधार दोबारा चालू कराने के लिए जरूरी डिटेल्स
आवेदन करते समय आपको कुछ जरूरी जानकारी देनी होगी जो आधार से संबंधित होती है। ये हैं:
- आपका 12 अंकों का Aadhaar Card Number
- पूरा नाम, लिंग और जन्मतिथि
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
- वर्तमान पता, जिला और राज्य की जानकारी
- यदि आपकी उम्र 18 वर्ष से कम है तो माता-पिता का आधार नंबर
- सिग्नेचर या अंगूठे का निशान, स्थान और दिनांक
UIDAI ने इसका पूरा आवेदन प्रारूप अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध कराया है, जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं या नजदीकी आधार सेवा केंद्र से प्राप्त कर सकते हैं।
प्रक्रिया में कितना समय लगता है?
पूरे प्रक्रिया की समय सीमा लगभग 30 से 45 दिन की होती है। यदि कोई अतिरिक्त जांच या दस्तावेज की कमी न हो तो आपका आधार कार्ड बिना किसी शुल्क के दोबारा Active हो सकता है।
क्या यह सेवा सभी के लिए उपलब्ध है?
जी हां, यह प्रक्रिया उन सभी भारतीय नागरिकों के लिए लागू है जिनका Aadhaar किसी मानवीय भूल या डेटाबेस त्रुटि के कारण गलती से डिएक्टिवेट कर दिया गया है। यह प्रक्रिया उन मामलों में मदद नहीं करेगी जहां व्यक्ति की मृत्यु की पुष्टि सही है या जानबूझकर गलत जानकारी के आधार पर आधार जारी किया गया हो।
कहां से मिलेगी और जानकारी?
आप इस विषय में ज्यादा जानकारी के लिए UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट (https://uidai.gov.in) पर जा सकते हैं या 1947 टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।आपके राज्य के आधार सेवा केंद्र पर भी आप फॉर्म और प्रक्रिया संबंधी सहायता ले सकते हैं।