नई दिल्ली: भारत में पिछले कुछ सालों में टोल टैक्स चुकाने के नियम पूरी तरह बदल गए हैं। पहले टोल प्लाजा पर टोल टैक्स चुकाने के लिए गाड़ियों की लंबी कतारें लगती थीं। लोग टोल चुकाने के लिए अपनी बारी आने का घंटों इंतज़ार करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। पिछले कुछ सालों से फास्टैग से टोल टैक्स अपने आप कट रहा है। अब सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए देशभर में वार्षिक फास्टैग को भी लागू कर दिया है।
टोल टैक्स देना अब और भी आसान हो गया है। वार्षिक फास्टैग सिर्फ़ एक साल के लिए वैध होगा। इसके लिए लोगों को 3000 रुपये देने होंगे। अब सवाल यह उठता है कि यह जानना ज़रूरी है कि देश के किन-किन हाईवे पर वार्षिक फास्टैग काम करेगा। आप नीचे विस्तार से जान सकते हैं कि वार्षिक फास्टैग किन-किन हाईवे पर काम करेगा।
जहां वार्षिक फास्टैग काम नहीं करेगा।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी किया जाने वाला वार्षिक फास्टैग देश के सभी राजमार्गों पर काम नहीं करेगा। इस पास के लिए कुछ चुनिंदा राजमार्गों को ही चिह्नित किया गया है। इसमें यमुना एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और उत्तर प्रदेश का आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे समेत देश के कुछ प्रमुख एक्सप्रेसवे और राजमार्ग शामिल हैं, जिन पर वार्षिक फास्टैग काम नहीं करेगा।
महाराष्ट्र का समृद्धि महामार्ग और मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे भी इस सूची में आते हैं। इसके अलावा, गोवा के अटल सेतु समेत अन्य राजमार्गों पर यह पास मान्य नहीं होगा। ये सभी राजमार्ग NHAI के दायरे में आने वाले वाहन माने जाते हैं। वार्षिक पास केवल भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के लिए ही मान्य होते हैं।
यदि पास वैध नहीं है तो टोल का भुगतान कैसे करें?
कई लोगों के मन में सवाल होगा कि जब स्टेट हाईवे पर वार्षिक FASTag काम नहीं करेगा, तो टोल कैसे चुकाएँगे? इसका जवाब है कि वार्षिक FASTag आपके पहले से मौजूद FASTag अकाउंट से लिंक होगा।
टोल प्लाजा पर अगर यह काम नहीं करता है, तो आपके FASTag खाते से पैसे कट जाएँगे। अगर आप राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर इस यात्रा पर जा रहे हैं, तो FASTag से जुड़े खाते में पैसे ज़रूर होने चाहिए। राज्य राजमार्गों पर, FASTag से पैसे आसानी से कट जाएँगे, इसलिए आपको किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।