जयपुर और बांदीकुई के बीच बन रहे नए ग्रीनफील्ड लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण जोरों पर है. इस 67 किलोमीटर लंबी सड़क के पूरा होने से दिल्ली से जयपुर का सफर केवल तीन घंटे में संभव हो सकेगा. इस एक्सप्रेसवे की सहायता से जयपुर से बांदीकुई के बीच की दूरी महज 30 मिनट में तय की जा सकेगी, जिससे दिल्ली की दूरी भी 20 किलोमीटर कम हो जाएगी. इस प्रोजेक्ट की लागत 1368 करोड़ रुपये आंकी गई है.
मौजूदा सड़क समस्याओं का समाधान
वर्तमान में दिल्ली से जयपुर का सफर 3.5 से 4 घंटे का समय लेता है. इस नई सड़क के निर्माण से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यह यात्रियों को जगह-जगह लगने वाले जाम से भी मुक्ति दिलाएगा. बगराना और कोलवा में तेजी से काम होने के कारण इस एक्सप्रेसवे का 85% काम पहले ही पूरा हो चुका है. जल्द ही इस पर ट्रैफिक शुरू होने की उम्मीद है.
प्रमुख कनेक्टिविटी और इंटरचेंज की जानकारी
यह एक्सप्रेसवे जयपुर में रिंग रोड के पास बगराना से निकलता है और दौसा जिले के बांदीकुई कस्बे के पास श्यामसिंहपुरा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस से कनेक्ट होता है. बगराना में रिंग रोड से कनेक्टिंग और कोलवा में रेलवे ट्रैक के ऊपर पुल का काम चल रहा है, जिसे नवंबर 2024 तक पूरा करने की योजना है.
यात्रा के अनुभव में सुधार
इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद, जयपुर-आगरा हाईवे पर वाहनों का भार कम हो जाएगा. राजाधोक टोल प्लाजा पर प्रतिदिन 22 से 25 हजार वाहन गुजरते हैं, जिनमें त्योहारी सीजन में वृद्धि हो जाती है. इस एक्सप्रेसवे के संचालन से इन हाईवे पर होने वाले जाम और हादसों में कमी आएगी, जिससे यात्रा का अनुभव सुखद होगा.
निष्कर्ष और भविष्य की संभावनाएँ
जयपुर-बांदीकुई ग्रीनफील्ड लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण न केवल यात्रा के समय को कम करेगा बल्कि यह जयपुर और दिल्ली के बीच की कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगा. यह परियोजना स्थानीय व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देगी, जिससे दोनों शहरों के आर्थिक और सामाजिक संबंधों में गहराई आएगी. इस प्रकार, इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन दोनों शहरों के लिए एक नया युग स्थापित करेगा.