इस फूल की खेती किसानों के लिए शीशम, सागौन की खेती से भी लाभकारी साबित होती है इसका पौधा एक बार लगाने के बाद अगले 10 साल तक पैसा कमाने का जबरदस्त साधन है। तो आइये इसकी खेती के बारे में जानते है।
इस पौधे का एक-एक फूल है नोट छापने की मशीन
गुलाब की खेती एक लाभदायक व्यवसाय है क्योकि गुलाब के फूल मार्केट में बहुत डिमांडिंग होते है इसकी न केवल मार्केट में डिमांड ज्यादा होती है बल्कि ये फूल मार्केट में काफी महंगे भी बिकते है। आज हम आपको गुलाब की एक ऐसी वैरायटी के बारे में बता रहे है जो मुख्य रूप से सजावट के लिए बहुत उपयुक्त होती है इसका उपयोग कई प्रोडक्ट को बनाने में भी किया जाता है इसकी बाजार में उच्च मांग होती है इसके फूलों का रंग गहरा गुलाबी होता है। हम बात कर रहे है गुलाब की रानी साहिबा वैरायटी की खेती की ये गुलाब की एक प्रसिद्ध किस्म है जो अपने सुंदर, गहरे गुलाबी रंग और सजावट के लिए बाजार में उच्च मांग के लिए जानी जाती है।

गुलाब की रानी साहिबा वैरायटी
अगर आप गुलाब की रानी साहिबा वैरायटी की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से जुडी जानकारी होनी चाहिए जिससे खेती करने में परेशानी नहीं होती है। गुलाब की रानी साहिबा वैरायटी की खेती के लिए उचित जल धारण क्षमता वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसके पौधों को कलम के माध्यम से नर्सरी में तैयार किया जाता है फिर खेत में रोपाई की जाती है कटिंग से पौधा लगाने के लिए पत्तियों को हटाकर तने के निचले हिस्से में छोटा कट लगाना चाहिए फिर कटिंग को मिट्टी में लगा देना चाहिए इसके पौधों को 2-3 फीट की दूरी पर लगाना चाहिए इसकी खेती के लिए आदर्श तापमान 15°C से 28°C के बीच होता है। रोपाई के बाद गुलाब की रानी साहिबा वैरायटी के पौधों में 2 से 3 महीने में फूल आना शुरू हो जाते है।
कितना होगा उत्पादन
गुलाब की रानी साहिबा वैरायटी की खेती से बहुत ज्यादा अच्छी कमाई और पैदावार देखने को मिलती है एक एकड़ में गुलाब की रानी साहिबा वैरायटी की खेती करने से लगभग 40,000 से 50,000 फूलों का उत्पादन होता है। आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। इस वैरायटी को रोजा डेमस्केना भी कहा जाता है ये एक विशिष्ट डेमस्क गुलाब की किस्म है जो अपनी उच्च तेल उपज और बेहतर गेरानियोल सामग्री के लिए जानी जाती है।