उत्तर प्रदेश में सितंबर के महीने की शुरुआत से ही बारिश का दौर जारी है. लगातार बरसात से राज्य के कई हिस्सों में जलभराव और ठंडी हवाओं का माहौल बना हुआ है.
UP Weather Updates: उत्तर प्रदेश में सितंबर के महीने की शुरुआत से ही बारिश का दौर जारी है. लगातार बरसात से राज्य के कई हिस्सों में जलभराव और ठंडी हवाओं का माहौल बना हुआ है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 8 सितंबर को राज्य में मौसम में एक नया बदलाव देखने को मिल सकता है जिसमें पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बादल गरजने के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
इन जिलों में मौसम का हाल
खासकर लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, बुंदेलखंड और सोनभद्र जैसे जिलों में बारिश की गतिविधियां ज्यादा सक्रिय रहने की उम्मीद है. इन क्षेत्रों में निवासियों को अधिक सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग ने इस दौरान विशेष तौर पर खेती और यातायात पर प्रभाव पड़ने की भी चेतावनी दी है.
आने वाले दिनों में बढ़ने वाली बारिश की संभावना
मौसम विभाग की भविष्यवाणियों के अनुसार, 10 सितंबर से राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश का दायरा और भी बढ़ने की उम्मीद है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर तो भारी बारिश (heavy rainfall) की संभावना भी जताई गई है. 11 और 12 सितंबर को भी यही पैटर्न जारी रहने की संभावना है जिससे राज्य में मानसूनी गतिविधियों का प्रभाव और भी बढ़ेगा.
मानसून का असर और सावधानियां
उत्तर प्रदेश में बारिश और मानसून की गतिविधियां न केवल कृषि और दैनिक जीवन पर असर डालती हैं, बल्कि यह यातायात, बाढ़ के खतरे, और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को भी बढ़ाती हैं. इस दौरान जलभराव के कारण मच्छर जनित बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में नागरिकों को अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों में सफाई रखने, पानी जमा न होने देने और बाढ़ से बचाव के उपाय करने की आवश्यकता है.
आने वाले दिनों की तैयारियां
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने बारिश और मानसून के दौरान संभावित चुनौतियों के लिए कई तैयारियां की हैं. बाढ़ नियंत्रण कक्ष सक्रिय हैं, और आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है. आने वाले दिनों में, जब भी भारी बारिश होने की सूचना मिलेगी, तत्काल सहायता और बचाव कार्यों के लिए टीमें तैयार रहेंगी.