भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड टीम के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच लीड्स के मैदान में खेला जा रहा है। लीड्स टेस्ट मैच में टीम इंडिया की पहली पारी में 471 रनों के जवाब में इंग्लैंड की टीम जवाबी कार्रवाई कर रही है। इसमें भारतीय गेंदबाजों और फील्डर्स का भी बहुत योगदान है। इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम को बड़ी सजा मिली है।
ये सजा कोई नियम तोड़ने पर नहीं मिली है बल्कि इंग्लैंड के बल्लेबाज ब्रूक ने टीम इंडिया को उसकी करनी की सजा दी है। ब्रूक को भारतीय गेंदबाज और फील्डर्स ने दो बार ब्रूक को जीवनदान ना दिया होता तो टीम इंडिया की स्थिति और अच्छी होती। दो जीवनदान का फायदा इस इंग्लिश बल्लेबाज ने बखूबी निभाया है और अभी भी मैदान पर ड़टे हुए हैं। 70 रन बनाकर टीम को 471 रन के स्कोर के पास ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
हैरी ब्रूक को मिले दो जीवनदानः
इंग्लैंड के मध्यक्रम के बल्लेबाज हैरी ब्रूक को पहले टेस्ट मैच के दौरान दो बार जीवनदान मिलें। इसी बात का फायदा उठाते हुए उन्हंने टीम इंडिया के गेंदबाजों की जमकर खबर ली और 70 रन के स्कोर पर पहुंच गए हैं। ब्रूक को पहला जीवनदान मैच के दूसरे दिन ही जसप्रीत बुमराह ने दिया। जसप्रीत बुमराह की जिस गेंद पर हैरी ब्रूक आउट हुए थे वो गेंद नौ बॉल थी। उनका भारत के खिलाफ ये पहला अर्धशतक है। दूसरे दिन के आखिरी ओवर में बुमराह ने हैरी ब्रूक को आउट कर दिया। ब्रूक बिना खाता खोले पवेलियन जाने लगे तो मैदानी अंपायर ने ना बॉल का इशारा करते हुए वापस बुला लिया।
इसके बाद पंत ने छोड़ा ब्रूक का कैचः
मैच के तीसरे दिन रवींद्र जडेजा के एक ओवर में ब्रूक का कैच विकेटकीपर पंत ने छोड़ दिया। इस समय ब्रूक 46 रन के स्कोर पर थे। पंत ने 71.1 ओवर में इस कैच को छोड़ा और ब्रूक ने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। तीसरी बार एक बार फिर जसप्रीत बुमराह की गेंद पर स्लिप में खड़े यशस्वी जायसवाल ने गेंद को टपका दिया. टीम इंडिया द्वारा की गई ये गलती अब टीम पर भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है। क्योंकि ब्रूक तेजी के साथ इंग्लैंड का स्कोर बढ़ा रहे हैं।
टेस्ट में हैरी ब्रूक का प्रर्दशनः
बता दें कि हैरी ब्रूक ने अभी तक 26 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान 42 पारियों में 59.90 की औसत से 2396 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 8 शतक और 12 अर्धशतक लगाए।
