कपास लगाने वाले किसानों की हुई बल्ले बल्ले। कपास के दामों में हो सकती है बढ़त। आइए जानते है।
कपास ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें
पिछले कई दिनों से कपास उत्पादक राज्यों में शामिल तमिलनाडु में तूफान फेंगल के कारण कई दिनों से बारिश होती नजर आ रही है जिसके कारण फसल को नुकसान पहुंच रहा है। वही महाराष्ट्र सहित एमपी में उससे विपरीत मौसम में कपास लगाने वाले किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। वही 8 फ़ीसदी का उत्पादन अनुमानों में किसानों को अच्छी कीमत मिलने की और भी संकेत कर दिया है। वही महाराष्ट्र की अकोला मंडी में कपास के दाम बीते दिनों की MSP के ऊपर जा चुके हैं। वही बाकी मंडियों में भी किसानों को इसके अच्छे भाव मिलने की संभावना बढ़ चुकी है।
उत्पादन में गिरावट
सीसीपीसी के मुताबिक बीते सालों में फसल लगभग 435.75 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर के मुकाबले उत्पादन 447.84 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर ज्यादा है। इसमें टोटल पैदावार में गिरावट होने की बात सामने आई है। सीसीपीसी की पैदावार के अनुमान व्यापार निकाय कॉटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के मुताबिक बहुत कम है इसमें उत्पादन 302 लाख गांठ होने की संभावना जताई गई है।
सीसीपीसी के मुताबिक पंजाब हरियाणा और राजस्थान को मिलाकर के उत्तरी क्षेत्र में रकबा घटकर 12.38 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है। अनुमान लगाया गया है कि इस बार पैदावार घट चुकी है।
कपास के दाम अकोला मंडी में MSP से ऊपर
कपास के दाम की बात करे तो महाराष्ट्र कृषि विपणन बोर्ड के मुताबिक 23 नवंबर को राज्य की बहुत सी मंडियों में कपास की आवक में तेजी दर्ज की गई है। वहीं कई सारी मंडियों में कपास की थोक अधिकतम कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य के आसपास पहुंची हुई है। जो कि पिछले कई हफ्तों से बहुत नीचे हुआ करती थी। इसमें सबसे अधिक औसत कीमत अकोला मंडी में लगभग 7433 प्रति क्विंटल दर्ज हुई है। केंद्र ने कपास की MSP मीडियम स्टेपल के लिए 7121 प्रति क्विंटल और लॉन्ग स्टेपल के लिए 7521 रुपए प्रति क्विंटल तय की है।
कीमत MSP से ज्यादा मिलने की उम्मीद
कपास उत्पादन और उपभोग समिति और कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कपास उत्पादन अनुमान में गिरावट दर्ज की है वही विपरीत मौसम के चलते फसल को नुकसान बहुत ज्यादा पहुंचा है। ऐसे में महाराष्ट्र में किसानों ने हर तरह के कपास को खरीदने के निर्देश सरकार की तरफ से मंडियों को जारी किए हैं। रिसर्च के मुताबिक ऐसा मानना है कि कुछ ही हफ्तों में MSP से ज्यादा कीमत प्राप्त हो सकती है।