आमतौर पर बैंक सेविंग अकाउंट होल्डर को चेक बुक जारी करते हैं ! बैंक द्वारा करेंट अकाउंट होल्डर यानी चालू खाताधारक और बचत खाताधारक दोनों को ही चेक जारी किया जाता है ! UPI और डिजिटल ट्रांजैक्शन के इस दौर में चेक का महत्व खत्म नहीं हुआ है ! इसलिए बड़े ट्रांजैक्शन में लोग चेक का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं !
कितने प्रकार के होते हैं Bank Cheque? और क्या आप जानते हैं कौन कब और कहां होता है उपयोग?
चेक लेनदेन में एक प्रूफ के तौर पर माना जाता है ! आपने भी कई बार चेक से किसी को पैसा दिया होगा ! लेकिन क्या आप जानते हैं कि बैंक चेक कितने प्रकार के होते हैं? अगर नहीं तो आइए जानते हैं कि किस चेक का कहां और कब इस्तेमाल होता है !
Bank Cheque – बियरर चेक
बियरर चेक एक ऐसा चेक होता है ! जिसे चेक पर जिसका नाम होता है वह व्यक्ति भुना सकता है ! बियरर चेक को ‘पेयबल टू बियरर’ चेक भी कहा जाता है !
ऑर्डर चेक
ऑर्डर चेक, एक ऐसा चेक होता है ! जिसमें भुगतानकर्ता के नाम के बाद “या ऑर्डर” लिखा होता है ! इसे “payable to order” चेक भी कहा जाता है !
क्रॉस्ड चेक
क्रॉस्ड चेक में, चेक जारीकर्ता चेक के कोने के शीर्ष पर दो समानांतर रेखाएं बनाता है ! चाहे वह “a/c payee” लिखकर हो या न हो ! इससे यह सुनिश्चित होता है कि चेक जारीकर्ता के बैंक में चाहे कोई भी प्रस्तुत करे ! लेन-देन चेक में नामित व्यक्ति के खाते में ही होगा ! क्रॉस्ड चेक का लाभ यह है कि इससे किसी अनधिकृत व्यक्ति को पैसे दिए जाने का जोखिम कम हो जाता है !
ओपन चेक
ओपन चेक को कभी-कभी अनक्रॉस्ड चेक भी कहा जाता है ! कोई भी चेक जिस पर क्रॉस नहीं किया गया है ! वह ओपन चेक श्रेणी में आता है ! यह चेक आहर्ता के बैंक में प्रस्तुत किया जा सकता है ! और इसे प्रस्तुत करने वाले व्यक्ति को देय होता है !
Bank Cheque – पोस्ट-डेटेड चेक
जिस चेक पर वास्तव में जारी की गई तिथि के बाद की तिथि अंकित होती है ! उसे पोस्ट-डेटेड चेक कहा जाता है ! यह चेक जारी होने के बाद किसी भी समय आहर्ता बैंक को प्रस्तुत किया जा सकता है ! लेकिन चेक पर दिए गए तिथि तक भुगतानकर्ता के खाते से धन हस्तांतरित नहीं किया जाता है !
स्टेल चेक
यह चेक वह होता है जिसकी वैधता अवधि समाप्त हो चुकी होती है ! तथा अब उसे भुनाया नहीं जा सकता ! शुरू में, यह अवधि जारी होने की तिथि से छह महीने थी ! अब यह अवधि घटाकर तीन महीने कर दी गई है !
ट्रैवलर चेक
इसे सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत मुद्रा के बराबर माना जा सकता है ! ट्रैवलर चेक लगभग हर जगह उपलब्ध है ! और विभिन्न मूल्यवर्गों में आता है ! यह बैंक द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर भुगतान करने के लिए जारी किया जाने वाला एक चेक है ! ट्रैवलर चेक की कोई समाप्ति तिथि नहीं होती है ! और इसका उपयोग आपकी अगली यात्रा के दौरान भी किया जा सकता है ! आपके पास अपनी यात्रा से वापस आने के बाद इसे भुनाने का विकल्प भी होता है !
सेल्फ चेक
जब व्यक्ति आमतौर पर अपने आप को चेक जारी करता है ! तो उसे सेल्फ-चेक कहा जाता है ! इसमें नाम वाले कॉलम में “सेल्फ” शब्द लिखा होता है ! सेल्फ-चेक तब निकाला जाता है जब आहर्ता अपने उपयोग के लिए बैंक से नकद में पैसे निकालना चाहता है !
Bank Cheque – बैंकर्स चेक
बैंकर्स चेक एक ऐसा चेक होता है ! जो बैंक द्वारा खाताधारक की ओर से उसी शहर में किसी अन्य व्यक्ति को आदेश द्वारा निर्दिष्ट राशि का भुगतान करने के लिए जारी किया जाता है !