फल-सब्जी वाले किसान अगर स्टोरेज या प्रोसेसिंग की कमी के कारण नुकसान उठा रहे हैं, तो उनके लिए यह एक अच्छा मौका है। किसान अब फल-सब्जी यूनिट लगा सकते हैं।
फल-सब्जी की यूनिट पर 50% सब्सिडी
फल और सब्जी की खेती में किसानों को अच्छा फायदा होता है, लेकिन जब बाजार में भाव ठीक नहीं मिलता या आवक अधिक हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। कई बार किसानों को अपनी फल-सब्जी फेंकनी भी पड़ जाती है। इसी समस्या को देखते हुए किसान अपनी उपज को स्टोरेज हाउस में लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं या प्रोसेसिंग यूनिट के माध्यम से उसका उपयोग कर सकते हैं।
प्रोसेसिंग यूनिट से किसान आचार, जूस, जैम, जेली आदि उत्पाद बना सकते हैं। इसके अलावा फल-सब्जी की ग्रेडिंग, सफाई और कटिंग के लिए भी यूनिट का इस्तेमाल किया जाता है। इन सभी तरीकों से किसान बाद में अपने उत्पाद की बिक्री कर अच्छी कीमत प्राप्त कर सकते हैं और नुकसान से बच सकते हैं। इसी उद्देश्य से सरकार किसानों को फल-सब्जी की यूनिट लगाने के लिए 50% सब्सिडी दे रही है, जिसमें स्टोरेज और प्रोसेसिंग की सुविधा शामिल है।
फल-सब्जी की यूनिट पर सब्सिडी कैसे मिलेगी
- फल-सब्जी की यूनिट पर सब्सिडी लेने के लिए राजस्थान के किसानों को उद्यानिकी विभाग की वेबसाइट या rajkisan.rajasthan.gov.in पर जाना होगा।
- वहां परियोजना से संबंधित लिंक मिलेगा, जिस पर क्लिक करके रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- रजिस्ट्रेशन के बाद आवेदन फॉर्म भरकर जमा करना होगा। आवेदन में यूनिट का प्रकार, लागत, स्थान और बैंक विवरण की जानकारी सही-सही भरनी होगी। इसके साथ मांगे गए दस्तावेज भी जमा करने होंगे।
- आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, फोटो, जमीन के कागजात और बैंक पासबुक शामिल हैं।
- आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जांच की जाएगी और यूनिट के प्रकार व लागत के अनुसार किसानों को सब्सिडी दी जाएगी।
