कोरोना काल में 70 लाख के कर्ज में डूबे किसान ने ऐसी मारी बाजी की अब 1.25 करोड रु का ले रहे प्रोडक्शन, जानिए MP के होनहार किसान की कहानी।
किसान की सफलता की कहानी
खेती किसानी करके भी लोग लाखों और करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। लेकिन खेती किसानी में भी कभी सफलता का आसमान तो कभी असफलताओं की धूल भी मिलती है। लेकिन अगर किसान हार ना माने गलतियों से सीख कर काम करते रहे तो अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और कर्ज से भी निकल सकते हैं। जिसमें आज हम आपको एक सफल किसान की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने कई उतार चढ़ाव देखे। लेकिन आज इनको करोड़ का मुनाफा हो रहा है।
दरअसल हम बात कर रहे हैं रामचंद्र पाटीदार की, जो मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। चलिए आपको बताते हैं यह कैसे 70 लाख के कर्ज में दुबे और कैसे आज करोड़ों का मुनाफा ले रहे हैं।
कोरोना काल में हुआ 70 लाख रु का कर्ज
कोरोना काल में किसानों के साथ-साथ कई तरह के व्यवसाय करने वाले लोगों को असफलताएं मिली हैं। लोगों के कारोबार डूबे हैं। जिसमें प्रगतिशील किसान रामचंद्र पाटीदार जी का भी कारोबार डूबा था। उन्होंने बताया कि पहले तो वह साधारण खेती करते थे लेकिन फिर उन्होंने मिर्च की खेती की। यानी की नगदी फसल की खेती की। लेकिन इन्हें इसमें मुनाफा कम हुआ। जिसके बाद उन्होंने 3 लाख का कर्ज लेकर 2018 में फल की खेती के लिए सोचा और वीएनआर वैरायटी के अमरूद की खेती की।
जिसमें दो एकड़ में उन्होंने करीब 1200 पौधे लगाए। जिससे उन्हें साल 2019 में 15,40,000 रु तक का मुनाफा हुआ। जिससे उन्हें यह पता चला कि अमरूद की खेती में उन्हें फायदा है। जिसके बाद उन्होंने खेती का रकबा बढ़ा दिया और फिर उन्होंने 8 एकड़ की जमीन में अमरूद की खेती की। लेकिन लॉकडाउन के चलते 2018 से 2021 के बीच उनके नाम धीरे-धीरे 70 लाख का कर्जा आ गया। जिसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी तो चलिए जानते हैं आज वह कैसे करोड़ का प्रोडक्शन ले रहे हैं।
साल 2023 में लिया करोड रुपए का प्रोडक्शन
70 लाख के कर्ज के बाद भी किसान ने हार नहीं मानी और जैसा कि उन्होंने अपने बीती परिस्थितियों को देखा और समझा की कैसे एक बार उन्हें कर्ज लेकर खेती की और उसमें उन्हें कई गुना ज्यादा मुनाफा हुआ। इसी तरह उन्होंने फिर से हार नहीं मानी और 2022 में एक एकड़ के अमरूद के बगीचे से ही एक करोड़ का प्रोडक्शन मिला। इसके बाद 2023 में उन्हें 1.25 करोड रुपए का प्रोडक्शन इस बगीचे से मिला और उनका कहना है कि 2024 में उन्हें इससे 1.5 करोड रुपए का प्रोडक्शन मिलेगा।
इस तरह आप देख सकते हैं अमरूद की खेती में किसानों को फायदा है। लेकिन इसकी बढ़िया वैरायटी लगानी चाहिए। जिनकी डिमांड ज्यादा हो, कीमत अधिक मिले, कम समय में ज्यादा फल देता हो, साथ ही साथ इस बात का ध्यान रखें कि आपके पास बाजार भी होना चाहिए, जहां पर आप बिक्री कर सके।