वर्तमान समय में प्रतिदिन बिजली की मांग प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, जिस से बिजली के बिल में भी वृद्धि देखी जा सकती है। ऐसे में आवश्यक है कि पर्यावरण के अनुकूल बिजली का उत्पादन किया जाए, जिस से पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सके और बिजली की आवश्यकताओं की पूर्ति भी की जा सके। नवीकरणीय ऊर्जा में सौर ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा प्राप्त करने के लिए सोलर पैनल का प्रयोग किया जा सकता है। इस लेख से आप कौन सा Solar Panel सालों-साल तक चलता है? की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सोलर पैनल द्वारा पर्यावरण के अनुकूल रहकर बिजली का उत्पादन किया जाता है, जिस से बिना किसी प्रदूषण को उत्पन्न किये बिजली को प्राप्त किया जाता है। आज के समय में बाजार में अनेक ब्रांड के उच्च दक्षता के सोलर पैनल उपलब्ध हैं, जिनका प्रयोग कर नागरिक अपने सोलर सिस्टम को स्थापित कर सकते हैं। जिस से बिजली के बिल को कम करने के साथ ही लंबे समय तक फ्री बिजली का लाभ नागरिक प्राप्त कर सकते हैं। सोलर पैनलों पर उनके निर्माता ब्रांड के द्वारा लंबे समय तक कार्य करने के लिए कार्य प्रदर्शन वारंटी प्रदान की जाती है।
कौन सा Solar Panel सालों-साल तक चलता है?
सोलर पैनल के प्रकार एवं उसके ब्रांड के आधार पर यह निर्धारित किया जा सकता है कि सोलर पैनल कितने समय तक प्रयोग किया जा सकता है। आज के समय में उच्च दक्षता के सोलर पैनल बाजारों में उपलब्ध हैं, सोलर पैनलों पर अधिकांश निर्माता ब्रांड द्वारा 25 साल की वारंटी प्रदान की जाती है। जिस से यह कहा जा सकता है, कि सोलर पैनल से 25 साल तक बिजली का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। सोलर पैनलों पर किये गए निवेश को उपयोगकर्ता कुछ ही समय में प्राप्त कर लेते हैं, एवं उसके बाद के सभी सालों में फ्री बिजली का लाभ प्राप्त करते हैं।
Solar Panel के प्रकार
सोलर पैनल मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रकार के होते हैं, जिनका प्रयोग कर सोलर सिस्टम को स्थापित किया जाता है:-
- पॉलिक्रिस्टलाइन सोलर पैनल- इस प्रकार के सोलर पैनल का सर्वाधिक प्रयोग होता है क्योंकि इस प्रकार के सोलर पैनल की कीमत कम होती है। इन सोलर पैनल की दक्षता 16 से 18% तक होती है, इन सोलर पैनल की आयु 25 वर्ष तक होती है।
- मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल- इन्हें इनकी उच्च दक्षता के लिए जाना जाता है, इन सोलर पैनल की दक्षता 20% तक होती है। इन सोलर पैनल की कीमत पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल से अधिक होती है। इस सोलर पैनल की आयु 25 से 30 साल तक मानी गई है।
- पतली फिल्म वाले सोलर पैनल- इस प्रकार के सोलर पैनल की दक्षता 10% तक होती है, ये जल्दी खराब हो सकते हैं, इन्हें बहुत ज्यादा रखरखाव की आवश्यकता होती है, इनकी लाइफ साइकिल 20 साल तक बताई गई है।
- बाइफेशियल सोलर पैनल- ये सबसे अधिक आधुनिक तकनीक के सोलर पैनल हैं, जिनका प्रयोग कर दोनों ओर से बिजली का उत्पादन किया जा सकता है। ऐसे सोलर पैनल की दक्षता 18 से 21% तक होती है। इन पर भी निर्माता ब्रांड द्वारा 25 से 30 साल तक की वारंटी प्रदान की जाती है।
Solar Panel खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बिन्दु
किसी भी प्रकार के सोलर पैनल को खरीदने से पूर्व आपको निम्न बातों की जानकारी का होना आवश्यकता होता है:-
- किसी भी प्रकार के सोलर पैनल की दक्षता की जानकारी आपको पता होनी चाहिए, क्योंकि इस से सोलर पैनल की गुणवत्ता का पता चलता है, आपको उच्च गुणवता के सोलर पैनल खरीदने चाहिए, जो लंबे समय तक प्रयोग किये जा सकते हैं।
- आपको सोलर पैनल के निर्माता ब्रांड की जानकारी होनी चाहिए, जिस से आप प्रतिष्ठित एवं विश्वसनीय ब्रांड के सोलर पैनल को खरीद सकते हैं। क्योंकि विश्वसनीय ब्रांड द्वारा अपने सोलर उपकरण पर लंबे समय तक कार्य करने की वारंटी प्रदान की जाती है।
- सोलर पैनल खरीदने से पूर्व सोलर पैनल से संबंधित अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करें, जिसके लिए आप सोलर पैनल के एक्सपर्ट या ऑनलाइन पोर्टल की सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
- सोलर पैनल को खरीदने के बाद आवश्यक है कि आप उनकी स्थापना एक्सपर्ट कर्मचारियों के माध्यम से ही करें, जिस से उन्हें सही से, सही कोण एवं सही दिशा में स्थापित कर उनका लाभ उचित रूप से प्राप्त किया जा सकता है।
निष्कर्ष
सोलर पैनल पर किये गए निवेश को बुद्धिमानी का निवेश कहा जाता है, क्योंकि सोलर पैनल को प्रयोग करने से बिजली के बिल में छूट प्राप्त की जा सकती है, सोलर पैनल से लंबे समय तक फ्री बिजली का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। सोलर पैनल के अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए सरकार भी नागरिकों को सब्सिडी योजनाओं के माध्यम से प्रेरित कर रही है। सोलर पैनल के द्वारा पर्यावरण को सुरक्षित रखने में आम नागरिक की भी भागीदारी होती है। इनका प्रयोग कर के ही हरित भविष्य की कल्पना की जा सकती है।