तेजी से बढ़ती आबादी की खाद जरूरतों को पूरा करने के लिए खेती में रासायनिक खास कृषि में उपज बढ़ाने के लिए प्रयुक्त रसायन है,जो पेड़ पोधो की वृद्धि में मदद के लाइट प्रयोग किए जाते है।उर्वरक पोधो के लिए आवश्यक तत्वो की तत्काल पूर्ति के साधन है।लेकिन इनके अत्यधिक इस्तेमाल के कुछ दुष्परिणाम भी है।भारत में रासायनिक खाद का सर्वाधिक प्रयोग पंजाब में होता है।इन दिनों बाजार में नकली खाद की बिक्री से किसानो को काफी नुकसान होता है।ऐसे में किसानो को खाद की पहचान करना आना चाहिए जिससे वे नुकसान से बच सके।तो आइये जानते है नकली और असली खास की पहचान कैसे करे
सही लेबलिंग और पैकेजिंग की जांच करे
असली खास आमतौर पर उर्वरक की उचित लेवल वाली पैकेजिंग में आते है।जिसमे जरुरी जानकारी जैसे ब्रांड का नाम,निर्माता का पता,पोषक तत्वो की सरचना,बेच नबर और समापित तिथि शामिल होती है।नकली खाद में इन चीजों की कमी होती है।ऐसे में खरीदने से पहले इन चीजों का ध्यान रखे।
निर्माता की करे जाँच
प्रतिष्ठ निर्माताओं या अधिकृत डीलरों से खाद खरीदे उत्पाद की पुष्टि करने या अधिकृत विक्रेताओं की सूचि प्राप्त करने के लिए निर्माता की वेबसाइट देखे या उनसे सीधे सम्पर्क करे।
उर्वरक गंध का आकलन करें
गंध का आकलन करे।असली उर्वरको में अक्सर एक अलग लेकिन तेज गंध नहीं होती है,जो उनके अंश से जुडी होती है।अगर खाद में असामान्य रूप से तेज या अलग गंध है तो यह नकली उत्पादक का संकेत होता है।
पोषक तत्वो की मात्रा का परीक्षण करे
खाद की पोषक सामग्री का परिक्षण करने से नकली उत्पादकों की पहचान करने में मदद मिल सकती है।यह प्रयोगशाला विश्लेषण के माध्यम से या पोर्टेबल पोषक तत्व परीक्षण किट का इस्तेमाल करने किया जा सकता है। स्थरता सुनिक्षित करने के लिए खाद लेवल पर दवा किए गए पोषक तत्व की सरचना के साथ परीक्षण के परिणामो की तुलना करे।