खेती के लिए लोन लेना अब पहले से आसान हो गया है। चलिए अब बताते हैं कि किसान किस तरह और क्या गिरवी रखकर आसानी से लोन ले सकते हैं।
खेती के लिए लोन की जरूरत
कई किसानों को खेती के लिए लोन की जरूरत पड़ जाती है। हां, सरकार किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है, जैसे कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जिसके तहत उन्हें हर साल ₹6000 मिलते हैं। लेकिन किसानों को इससे ज्यादा भी जरूरत पड़ सकती है।
कई किसान ऐसे हैं, जो खेती में बदलाव करना चाहते हैं। जैसे कि परंपरागत धान-गेहूं की खेती नहीं, बल्कि फलों की खेती, सब्जियों की खेती या फूलों की खेती करना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें ज्यादा खर्च करना पड़ता है, जिससे मुनाफा भी अधिक होता है। इसलिए अब छोटे और बड़े किसानों के लिए लोन लेना पहले से आसान हो गया है, क्योंकि RBI यानी कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने जुलाई 2025 से नियमों में कुछ बदलाव कर दिए हैं।

किसानों को लोन देने के लिए नए नियम
अगर किसान खेती के लिए लोन लेना चाहते हैं, तो RBI ने इसमें थोड़ी आसानी कर दी है। दरअसल, अब किसान सोना और चांदी गिरवी रखकर भी लोन ले सकते हैं। पहले ऐसा था कि अगर कुछ गिरवी नहीं रखते थे, तो लोन की एक सीमा रहती थी। लेकिन अब किसान अपनी मर्ज़ी से सोना और चांदी गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। इस तरह छोटे किसानों को आसानी होगी। बताया जा रहा है कि किसानों को इससे ₹2,00,000 तक का लोन मिल सकता है।
खेती के लिए लोन कैसे मिलेगा
किसान अगर खेती के लिए लोन लेना चाहते हैं, तो बैंक शाखा में जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। इसमें उन्हें पहचान पत्र, ज़मीन के कागज, आय प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज़ जमा करने होंगे। पहले कागजों की जांच की जाएगी, फिर लोन की स्वीकृति दी जाएगी।
अगर किसान सोना-चांदी गिरवी रखना चाहते हैं, तो उसे भी अपनी मर्ज़ी से लेकर जाना होगा। इस लोन को “कोलेटरल लोन” कहा जाता है, जिसमें किसान अपनी संपत्ति को गिरवी रखकर पैसे ले सकते हैं।