Electricity Department: बिजली विभाग द्वारा ओसीआर और प्रोब बिलिंग प्रणाली को अपनाने के साथ ही बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नया युग शुरू हो गया है. इस व्यवस्था के तहत मीटर की सटीक रीडिंग के आधार पर ही बिजली का बिल तैयार किया जाएगा जिससे उपभोक्ताओं को गलत बिलिंग की समस्या से राहत मिलेगी.
पारदर्शिता और सटीकता की गारंटी
ओसीआर तकनीक के जरिए मीटर की फोटो खींची जाती है और उसके आधार पर बिल (accurate billing) बनाया जाता है. इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की मानवीय त्रुटि की संभावना को न्यूनतम किया जाता है जिससे कि उपभोक्ता को सही और पारदर्शी बिल मिल सके.
प्रोब बिलिंग का महत्व
प्रोब बिलिंग के तहत एक छोटी सी डिवाइस को मीटर से जोड़ा जाता है जिससे सीधे मोबाइल या बिलिंग मशीन (direct billing system) में डेटा ट्रांसफर होता है. यह प्रणाली उन स्थानों पर उपयोगी सिद्ध हो रही है जहां ओसीआर का उपयोग संभव नहीं है.
उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान
इस नई बिलिंग प्रणाली के लागू होने से पहले उपभोक्ताओं को अक्सर गलत बिलिंग की शिकायत होती थी. अब ओसीआर और प्रोब बिलिंग (error-free billing) के संयोजन से ये समस्याएं काफी हद तक कम हो जाएंगी.