गाँवों के लिए अब लगेगा सबसे बेस्ट सोलर सिस्टम
अगर आप अपने घर में सीलिंग फैन, टीवी, DTH सिस्टम और चार से पांच LED बल्ब जलाना चाहते हैं, तो 1kW सोलर सिस्टम पर्याप्त होगा। इसके अलावा, अच्छी कैपेसिटी वाली बैटरी और इन्वर्टर होना ज़रूरी है ताकि आपके एप्लायंस सूरज की रोशनी न होने पर भी चलते रहें। इसलिए सोलर पैनल के साथ-साथ 150Ah की बैटरी और 1kW इन्वर्टर खरीदना सही ऑप्शन होगा। यह संयोजन न केवल आपको पर्याप्त बिजली सप्लाई प्रदान करेगा बल्कि आपके बिजली बिल को भी कम करेगा और पर्यावरण पर होने वाले नेगेटिव प्रभाव को भी कम करेगा।
1kW सोलर पैनल सिस्टम लगाने की कॉस्ट
अगर आप घर पर 1kW सोलर पैनल सिस्टम लगाना चाहते हैं तो इसे लगाने में आने वाली कॉस्ट को जानना ज़रूरी है। सोलर सिस्टम में कई कॉम्पोनेन्ट होते हैं जिनमें से प्रत्येक की कीमत अलग-अलग होती है।
ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम
इसमें लगने वाले सोलर पैनलों की कीमत लगभग ₹30,000 होगी। यह सोलर पैनल आसानी से आपके घर की ग्जरूरतों को पूरा कर सकता है। एक अच्छा इन्वर्टर सोलर पैनल से DC पावर को AC पावर में बदल देता है जिसका इस्तेमाल घरेलू एप्लायंस को चलाने के लिए किया जा सकता है। इस सोलर इन्वर्टर की कीमत लगभग ₹15,000 तक हो सकती है।
1kW सोलर सिस्टम के लिए 150Ah की बैटरी भी उपयोग में आएगी जिसका उपयोग रात या बादल वाले दिनों में बिजली की सप्लाई के लिए किया जाएगा। इसकी कीमत लगभग ₹24,000 तक होगी। इस तरह आपके सिस्टम की टोटल कॉस्ट लगभग ₹70,000 से ₹75,000 से बीच होगी। यह एक बार का निवेश है जो बिजली की समस्याओं का लॉन्ग-टर्म सलूशन ऑफर करता है और आपके बिजली के बिलों को कम करता है।
ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम
अगर आपके एरिया में अक्सर बिजली कटौती होती हैं तो ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम सबसे अच्छा विकल्प है। एक ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, बैटरी और एक इन्वर्टर शामिल होता है जो आपके घर की बिजली की ज़रूरतों को मुख्य पावर ग्रिड से इंडिपेंडेंट होकर पूरा करता है।
1KW सोलर पैनल सिस्टम के लाभ
इससे बिजली के बिलों में काफी कमी आती है। ये ग्रिड पावर पर निर्भरता कम होने से लॉन्ग-टर्म तक फाइनेंसियल बेनिफिट देते हैं। ये क्लीन, रिन्यूएबल एनर्जी सोर्स होने के कारण कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में भी मदद सकते हैं। इस सिस्टम की मदद से बिजली कटौती के दौरान भी कंटीन्यूअस पावर सप्लाई मिलती है और रात के समय और बादल वाले दिनों के लिए बैटरी के माध्यम से बैकअप पावर भी ली जा सकती है। सोलर पैनल लगाने को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की ओर से सब्सिडी और प्रोत्साहन मिल रहा है जिससे शुरुआती लागत में और कम हो जाती है।