उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सैदपुर क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। पारिवारिक संबंधों की मर्यादा को ताक पर रखकर भाभी और देवर के बीच पनपे अवैध रिश्ते ने अंततः एक भयावह मोड़ ले लिया। सास द्वारा रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद, लोकलाज के भय से दोनों ने सल्फास खा लिया। इलाज के दौरान गुरुवार की रात दोनों की मौत हो गई।
पारिवारिक माहौल में पनपा रिश्ता
मामला सैदपुर के एक गांव का है, जहां विवाहिता अपने ससुराल में सास और अन्य परिजनों के साथ रह रही थी। उसका पति पुणे में काम करता है और घटना के समय भी वहीं था। इस दौरान विवाहिता का संबंध अपने चचेरे देवर से हो गया। चूंकि वह परिवार का ही सदस्य था, उसका घर में आना-जाना सामान्य हो गया था, लेकिन यह नजदीकी धीरे-धीरे एक रिश्ते में बदल गई।
आधी रात में खुला राज
बुधवार की रात को देवर भाभी के कमरे में पहुंच गया। आधी रात के करीब कमरे से खटर-पटर की आवाजें सुनकर सास को शक हुआ। जब वह कमरे में पहुंची, तो दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया। परिवार के अन्य सदस्य भी मौके पर पहुंच गए और दोनों को कड़ी फटकार दी गई।
लोकलाज ने ली जान
अगली सुबह, सामाजिक शर्मिंदगी और बेइज्जती के डर से दोनों ने सल्फास खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने सैदपुर सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान गुरुवार की रात दोनों की मौत हो गई।
चुपचाप कर दिया गया अंतिम संस्कार
घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी गई। परिजनों ने मामले को दबाने की कोशिश करते हुए, शवों का अंतिम संस्कार गुपचुप तरीके से कर दिया।
सवाल उठते हैं…
- क्या यह सिर्फ एक व्यक्तिगत गलती थी या सामाजिक दबाव की कीमत?
- क्या रिश्तों की परिभाषा अब इतनी कमजोर हो गई है?
- क्या समाज की ‘इज्जत’ वाकई इंसानी जान से बड़ी है?
यह घटना महज़ एक सनसनी नहीं, बल्कि हमारे सामाजिक ढांचे और पारिवारिक मूल्यों पर गहरे सवाल खड़े करती है।