गुड़हल के पौधे में फूलों की पैदावार कभी कम नहीं हो इसके लिए पौधे को पोषक तत्व से भरपूर खाद देना आवश्यक होता है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है पौधे की देखभाल कैसे करनी चाहिए और कौन से फर्टिलाइजर देना चाहिए।
गुड़हल का पौधा 15-20 फूल से कम नजर नहीं आएगा
गुड़हल का पौधा बारिश के मौसम में लगाना बहुत आसान होता है। इन दिनों एक छोटी सी कलम भी मिट्टी में लगा दें तो वो भी लग जाती है कुछ लोगों के गुड़हल के पौधे में कीड़ों का अटैक बहुत देखने को मिलता है ऐसे में पौधे पानी में बेकिंग सोडा या नीम का तेल मिलाकर स्प्रे करना चाहिए जिससे पौधे में कीड़ों का प्रकोप नहीं होता है। इसके अलावा पौधे में डालने के लिए हम आपको कुछ ऐसे फर्टिलाइजर के बारे में बता रहे है जो गुड़हल के पौधे में फूलों की उपज को कभी कम नहीं होने देते है और पौधे के विकास को भी बढ़ाते है। ये फर्टिलाइजर आपको बाजार से खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी घर में ही आसानी से मिल जायेंगे।

गुड़हल के पौधे में नमक के साथ ये चीजें
गुड़हल के पौधे में डालने के लिए कच्चा आलू, मैग्नीशियम सल्फेट यानि एप्सम सॉल्ट और इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती के बारे में बता रहे है ये सब चीजें ऑर्गेनिक उत्कृष्ट खाद का काम करती है। आलू पोटेशियम, फास्फोरस और नाइट्रोजन जैसे पोषक तत्व का उच्च स्रोत होता है। जो पौधे में फूलों और कलियों के उत्पादन को बढ़ाते है और ये सूक्ष्मजीवों के लिए भोजन प्रदान करता है। एप्सम सॉल्ट फूल को चमकदार और साइज को बढ़ाता है। जिससे गुड़हल के फूल ओर भी ज्यादा आकर्षित और खूबसूरत दिखते है। ये प्रकाश संश्लेषण को भी बढ़ाता है इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती मिट्टी के पीएच को थोड़ा अम्लीय (acidic) बनाती है और पत्तियों को समय से पहले पीला नहीं होने देती है।
जाने इस्तेमाल करने का तरीका
गुड़हल के पौधे में इन सब्जी चीजों का उपयोग अलग-अलग तरीके से करना है सबसे पहले एक लीटर पानी में एक चम्मच इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती और एप्सम सॉल्ट को डालकर पौधे में स्प्रे करना है फिर कच्चे आलू का उपयोग करने के लिए सबसे पहले एक आलू को छिलका समेत पीस लेना है और उस पेस्ट को एक लीटर पानी में डायलुट कर के पौधे की मिट्टी में डालना है ऐसा करने से पौधे में बहुत ज्यादा फूल खिलना शुरू हो जायेंगे और मिट्टी का PH लेवल भी नियंत्रित रहेगा। साथ ही पौधे में कीट रोग भी नहीं लगेंगे।