गेहूं ने बिगाड़ा आम जनता का बजट। गेहूं की कीमतों में लगातार कई दिनों से उछाल देखने को मिल रहा है। ऐसे में आम जनता के लिए यह मुसीबत का समय बन चुका है। गेहूं की बढ़ती कीमतों की वजह से आटा भी महंगा हो चुका है। सरकार की तरफ से गेहूं की कीमतें कंट्रोल करने की तमाम कोशिशे नाकाम हो चुकी है। हालांकि उम्मीद है कि कुछ समय में गेहूं की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा सकती है। आइए गेहूं के ताजा भाव जानते हैं।
सरकार की कोशिश रही नाकाम
सरकार की तरफ से गेहूं की कीमतों को कंट्रोल करने के लिए कई उपाय आजमाए गए लेकिन सरकार की हर कोशशे नाकाम रही। फिलहाल गेहूं की कीमत कंट्रोल में नहीं आई है। सरकार का कहना है कि इस साल गेहूं का उत्पादन लगभग 114 मिलियन टन हुआ है। वही बाजार की स्थिति बिल्कुल इससे विपरीत बताई जा रही है। बता दे की वर्तमान में गेहूं का उत्पादन बाजार में इससे कई ज्यादा नीचे है।
ऐसे में व्यापारियों और विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं के लगातार बढ़ते रातों को लेकर सरकार को बड़ा कदम उठाते हुए इनकी कीमतों को कंट्रोल में लाना चाहिए। सरकार को इस पर फोकस करने की बजाय राजनीतिक कदम उठाने में ज्यादा दिलचस्पी नजर आ रही है। सरकार मार्केट सेल पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है वहीं सरकार अब चुनावी गणित देखते हुए पीडीएस में गेहूं और आटा बिक्री पर ज्यादा ध्यान देती नजर आ रही है।
गेहूं के रेट चल रहे हैं MSP से ऊपर
सरकार की कई कोशिशों के बाद भी गेहूं की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। इसमें कम होने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही है। वहीं स्थानीय बाजारों में इस बात का डर है कि सरकार अब बिक्री पर ध्यान नहीं देती है। तब ऐसे में गेहूं और आटे की कीमत बहुत तेजी के साथ बढ़ेगी। वही मिलो द्वारा सरकार की बिक्री की उम्मीद में अभी तक आता और गेहूं नहीं खरीदा है। जिसके चलते गेहूं की स्टॉक उपलब्धता बहुत ही कम लेवल पर है। इसके साथ ही किसान के पास भी ज्यादा गेहूं मौजूद नहीं है। फिलहाल गेहूं का रेट एमएसपी से ऊपर चल रहा है। जहां सरकार ने एमएसपी 2275 तय की थी इससे हजार रुपए ऊपर गेहूं की कीमतें चल रही है।
गेहूं के वर्तमान रेट
इंदौर में गेहूं के रेट की अगर बात करें तो दिल्ली में गिरावट आने की वजह से यहां पर ₹25 की गिरावट देखने को मिली है, लेकिन यह गिरावट अस्थाई कहीं जा रही है। आटे की कीमतों में इंदौर और दिल्ली दोनों जगह पर तेजी देखने को मिली है। वही आटे के भाव लगभग 3350 से लेकर 3380 रुपए प्रति क्विंटल पर जा पहुंचे हैं। मंडी में गेहूं मील की क्वालिटी लगभग 2870 से 2910 रुपए दर्ज किए गए हैं, वही पूर्णा लगभग 2870 से 2920, लोकवान लगभग 2910 से 3110, मलवाराज 2910 से 2935 तो वही मक्का 2250 रुपए प्रति क्विंटल से लेकर 2310 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया है।