क्या आप चाहते हैं कि आपकी इन्वर्टर बैटरी लंबे समय तक चले? जानें घर पर फ्री में डिस्टिल्ड वाटर बनाने का तरीका, जिससे बैटरी की लाइफ बढ़ेगी और पानी की कमी की चिंता भी दूर होगी। अब खुद से करें अपनी बैटरी की देखभाल!
गर्मियों में जब बिजली की खपत बढ़ जाती है, तब इन्वर्टर एक महत्वपूर्ण उपकरण बन जाता है। गर्मियों के दौरान बिजली कटौती की समस्या को देखते हुए, इन्वर्टर बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर की पर्याप्त मात्रा होना बेहद जरूरी है। अगर बैटरी में पानी की कमी हो जाती है तो न सिर्फ बैटरी जल्दी खराब होती है, बल्कि इसका चार्ज भी जल्दी खत्म हो जाता है। ऐसे में यदि आप भी अपनी बैटरी की लाइफ बढ़ाना चाहते हैं, तो आप घर पर ही फ्री में डिस्टिल्ड वाटर तैयार कर सकते हैं। आइए जानें, कैसे आप घर पर डिस्टिल्ड वाटर बना सकती हैं और इसके फायदे क्या हैं।
इन्वर्टर बैटरी में कौन सा पानी होता है?
इन्वर्टर बैटरी में उपयोग किए जाने वाला पानी अक्सर डिस्टिल्ड वाटर (Distilled Water) होता है। डिस्टिल्ड वाटर वह पानी है जिसमें किसी प्रकार के अशुद्धियों, बैक्टीरिया या धातु के कणों का बिलकुल भी मिश्रण नहीं होता है। यह पानी खासतौर पर बैटरी के लिए उपयुक्त होता है क्योंकि इसमें TDS (Total Dissolved Solids) का स्तर बहुत कम होता है, जिससे बैटरी के कार्य में कोई विघ्न नहीं आता। यही कारण है कि इन्वर्टर की बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर का इस्तेमाल किया जाता है।
डिस्टिल्ड वाटर बनाने का तरीका
अगर आप चाहते हैं कि आपकी बैटरी की लाइफ बढ़े और बैटरी में पानी की कमी न हो, तो घर पर डिस्टिल्ड वाटर बनाना एक आसान और मुफ़्त तरीका हो सकता है। इसके लिए आपको बस कुछ सरल कदमों का पालन करना होगा। सबसे पहले, एक बड़े बर्तन में 4-5 लीटर सामान्य पानी भरें। अब बर्तन के ढक्कन पर एक लोहे की पाइप रखें और पाइप का दूसरा सिरा एक खाली बर्तन में डालें। इसके बाद, बर्तन को गैस पर रखें और पानी को उबालने दें। जब पानी उबालकर भाप बन जाए, तो यह भाप पाइप के माध्यम से दूसरे बर्तन में एकत्र हो जाएगी। इस प्रक्रिया के बाद, बर्तन को ठंडा होने के लिए छोड़ दें और फिर तैयार डिस्टिल्ड वाटर को अपनी इन्वर्टर बैटरी में डाल सकती हैं।
एसी से निकलने वाले पानी का उपयोग क्यों नहीं करें?
कई लोग घर में एसी से निकलने वाले पानी को इन्वर्टर बैटरी में डालते हैं, लेकिन यह तरीका बिल्कुल गलत हो सकता है। एसी से निकलने वाला पानी कई बार गंदगी, बैक्टीरिया और फंगस से भरा हो सकता है, जो बैटरी के लिए नुकसानदायक होते हैं। इसके अलावा, एसी के पानी में TDS भी ज्यादा हो सकता है, जिससे बैटरी के प्रदर्शन पर असर पड़ता है और उसकी लाइफ कम हो सकती है। इसलिए, एसी से निकले पानी का उपयोग करने से बचें और हमेशा शुद्ध डिस्टिल्ड वाटर ही इस्तेमाल करें।
गर्मियों में बैटरी की देखभाल कैसे करें?
गर्मियों में बैटरी की देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है ताकि बैटरी की उम्र लंबी हो और चार्ज जल्दी खत्म न हो। इस दौरान बैटरी पर अत्यधिक लोड डालने से बचें, क्योंकि इससे बैटरी जल्दी खराब हो सकती है। बैटरी के कनेक्शन पॉइंट्स और सप्लाई पॉइंट्स की सफाई नियमित रूप से करें और सुनिश्चित करें कि बैटरी नमी वाले स्थान पर न रखी जाए। नमी से बैटरी जल्दी खराब हो सकती है और इसके प्रदर्शन पर भी असर पड़ता है। इसके अलावा, बैटरी में एसिड का स्तर समय-समय पर चेक करना भी जरूरी है।