किसानों के लिए उनकी फसल उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत होती है. फसल की सुरक्षा के लिए वे विभिन्न उपाय करते हैं लेकिन कभी-कभी जंगली जानवरों के हमले से बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में कुछ पेड़ों को खेत के किनारे लगाने से ये समस्याएं कम हो सकती हैं.
जिला कृषि अधिकारी की सलाह
बाराबंकी के जिला कृषि अधिकारी राजित राम ने बताया कि खेतों में विशेष प्रकार के पेड़ लगाने से न केवल जंगली जानवरों से रक्षा हो सकती है बल्कि इससे किसानों की आय में भी वृद्धि होती है. नींबू के पेड़ का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि इससे कीट और जानवरों की समस्या कम होती है.
करौंदा
करौंदा पेड़ के फायदों को बताते हुए अधिकारी ने कहा कि यह झाड़ीदार प्रजाति के कारण जंगली जानवरों के खेतों में प्रवेश को रोकता है और किसानों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत भी बन सकता है (Benefits of Karonda). इसके फलों का उपयोग अचार और कच्चे फल के रूप में भी होता है.
अतिरिक्त आय के अवसर
अधिकारी ने यह भी बताया कि खेतों में इस प्रकार के पेड़ लगाने से फसल सुरक्षित होने के साथ-साथ किसान इन पेड़ों पर लगे फलों से भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं (Opportunities for Additional Income). इससे उनकी आय में स्थिरता आती है और आर्थिक सुरक्षा बढ़ती है.