देहरादून में जंगल सफारी के दौरान स्थानीय निवासियों के एक समूह को सभी सुरक्षा मानदंडों की अनदेखी करते हुए दिखाने वाली एक फोटोज ने सोशल मिडिया पर ध्यान खींचा है।स्थानीय निवासी आनंद शंकर ने घटनास्थल की फोटोज ली और इसे एक्स पर शेयर किया।
वायरल हो रही इस पोस्ट में देख सकते है की जिसमे पर्यटकों की गुमनामी बनाए रखने के लिए उनके कार्यो की ‘ मूर्खता ‘ पर जोर देते हुए उनके चेहरे पर जोकर इमोजी चिपकाए है।फोटोज में एक बच्चे को एक शख्स की गोद में बैठा हुआ दिखाया गया है जो जीप की सुरक्षा के बहार खतरनाक स्थति में बैठा है।इस बैकग्राउंड में कुछ दुरी पर एक बाघ को देखा जा सकता है जो जंगल में मौजूद संभावित खतरों की डरावनी याद दिलाता है।
इस पोस्ट में उनके परेशान करने वाले अनुभव का विवरण दिया गया है,जिसमे बताया गया है की कैसे उन्होंने गाइड और ड्राइवरों के साथ बार बार पय्टको को अपनी सुरक्षा के लिए वहां के अंदर रहने के लिए मानाने की कोशिश की।
पोस्ट के केप्शन में लिखा ,’कल सफारी में 3 पर्यटक,1 बच्चा और 1 बाघ था।ड्राइवर गाइड और मेने बार बार पर्यटकों से कहा,की वे इस तरह न बैठे और बच्चे को पकड़ ले।लेकिन पर्यटकों ने सुनने से इंकार कर दिया।इसके बजाय हमारे ड्राइवर के आगे बढ़ने से पहले बच्चे को पकडे हुए पर्यटक मेरे साथ दुव्यवहार करने ही वाला था।बाघ को इतनी दुरी तक छलांग लगाने में मुश्किल से एक सेकंड लगता।यहाँ तक की अगर जिप्सी अचानक चलती है तो नकली चार्ज से भी आप अपना संतुलन खो देंगे।इस पोस्ट के केप्शन में लिखा ,’इस तरह की दुर्घटनाओं का मतलब होगा की सरकार सफारी पर प्रतिबंध लगा देगी और हम वन्यजीवों तक जो भी थोड़ी बहुत पहुंच है उसेखो देंगे।
आनद ने कहा ,’मेने अपनी सफारी के बाद गाइडो ओर ड्राइवरों के दत्त विस्तृत बातचीत की।बेचारे लोग लगभग रोने लगे क्युकी पर्यटक सुनते ही नहीं।अगर कोई दुर्घटना होती है,तो सबसे पहले दोषी ठहराए जाने वाले लोग गाइड और डाइवर होते है,जबकि उनकी कोई गलती नहीं होती। इससे भी बुरी बात यह है की कुछ पर्यटकों की मृत्यु हो जाती है।और फिर खराब गाइडो और ड्राइवरों को पिछले साल की तरह पुलिस मामलों का सामना करना पड़ता है।पर्यटक उनके साथ ‘नौकरी ‘ की तरह व्यवहार करते है और जब वे पर्यटकों को सही व्यवहार करने के लिए कहते है तो उन्हें सबसे अच्छी गलतिया सुनने के लिए मजबूर किया जाता है।ईमानदारी से अनुरोध कृपया जंगल में ऐसे पर्यटक मत बनो .’
ऐसे में अब यह फोटोज सोशल मिडिया पर जमकर वायरल हो रही है।इस वीडियो पर लोगो के जमकर लाइक्स और कमेंट देखने को मिल रहे है।एक यूजर ने लिखा ,’ मुझे लगता है की इन सभी जंगल सफरी पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।हम अपने आनद के लिए उनके प्राकृतिक आवाज़ को परेशां कर रहे है और पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे है।अगर आप बाघ देखना चाहते है तो सीढियाघर जाए ‘.