Virat Kohli का जन्म 5 नवंबर 1988 को हुआ था, जबकि सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 15 नवंबर 1989 को की थी। इस प्रकार, जब सचिन ने अपने करियर की शुरुआत की, तब विराट की उम्र लगभग 1 वर्ष थी। इस लेख में हम इन दोनों महान क्रिकेटरों के करियर और उनके योगदान पर चर्चा करेंगे।
सचिन तेंदुलकर का करियर
सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट के भगवान के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अपने करियर में 24 वर्षों तक भारतीय क्रिकेट का प्रतिनिधित्व किया और कई रिकॉर्ड बनाए। सचिन ने 16 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और अपने पहले मैच में ही अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। उन्होंने अपने करियर में 51 टेस्ट शतक और 49 एकदिवसीय शतक बनाए, जो आज भी सबसे अधिक हैं। सचिन की बल्लेबाजी शैली और उनके खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें विश्व क्रिकेट में एक अद्वितीय स्थान दिलाया।
Virat Kohli का करियर
विराट कोहली, जो कि सचिन तेंदुलकर के बाद भारतीय क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण नाम बन गए हैं, ने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। कोहली ने अपनी बल्लेबाजी में निरंतरता और आक्रामकता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 2021 तक 80 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए हैं, जिसमें 27 टेस्ट और 53 एकदिवसीय शतक शामिल हैं। विराट की कप्तानी में भारत ने कई महत्वपूर्ण श्रृंखलाएं जीती हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है।
सचिन और Virat Kohli की तुलना
सचिन और विराट दोनों ही अपने-अपने युग के महानतम बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। सचिन ने जहां एक लंबे करियर में कई रिकॉर्ड बनाए, वहीं विराट ने कम समय में ही अपने नाम कई उपलब्धियाँ की हैं। सचिन का खेल अधिकतर तकनीकी और संतुलित था, जबकि विराट का खेल अधिक आक्रामक और तेज है। दोनों ने भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दी है और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली दोनों ने भारतीय क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है। सचिन ने जहां क्रिकेट की बुनियाद रखी, वहीं विराट ने उसे नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया। जब सचिन ने क्रिकेट में कदम रखा, तब विराट केवल एक वर्ष के थे, लेकिन आज दोनों ही क्रिकेट के महानायक हैं।