Zomato- Zomato प्रेमियों के लिए बड़ी खबर। त्योहारी सीज़न से पहले, फ़ूड डिलीवरी एग्रीगेटर कंपनी Zomato ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। Zomato ने मंगलवार को अपने प्लेटफ़ॉर्म शुल्क में 20 प्रतिशत की भारी-भरकम बढ़ोतरी की है। Eternal Ltd के स्वामित्व वाली कंपनी ने प्लेटफ़ॉर्म शुल्क को पहले के 10 रुपये से बढ़ाकर 12 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया है।
ग्राहकों के लिए शुल्क में यह बढ़ोतरी उन सभी शहरों में की गई है जहाँ ज़ोमैटो खाने की डिलीवरी करता है। ज़ोमैटो द्वारा यह बढ़ोतरी पिछले महीने प्रतिद्वंद्वी कंपनी स्विगी द्वारा बढ़ती मांग को देखते हुए चुनिंदा जगहों पर प्लेटफॉर्म शुल्क बढ़ाकर 14 रुपये करने के बाद की गई है। ज़ोमैटो ने पिछले साल त्योहारी सीजन से पहले भी प्लेटफॉर्म शुल्क में बढ़ोतरी की थी। पिछले साल कंपनी ने शुल्क को 6 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया था। यह बढ़ोतरी गुरुग्राम स्थित कंपनी द्वारा अपने प्लेटफॉर्म शुल्क को 5 रुपये प्रति ऑर्डर से बढ़ाकर 6 रुपये करने के महज 3 महीने बाद की गई थी।
जून 2025 को समाप्त तिमाही में, ज़ोमैटो की मूल कंपनी इटरनल लिमिटेड ने शुद्ध लाभ में 36% क्रमिक गिरावट दर्ज की है। जबकि इससे पहले कंपनी का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही के 39 करोड़ रुपये की तुलना में 25 करोड़ रुपये रहा था।
स्विगी ने 2 साल में अपनी फीस में 600% की बढ़ोतरी की है
ज़ोमैटो से पहले, एक और फ़ूड डिलीवरी दिग्गज स्विगी ने पिछले महीने फ़ूड डिलीवरी ऑर्डर के लिए अपने प्लेटफ़ॉर्म शुल्क में 2 रुपये की बढ़ोतरी की थी। कंपनी ने त्योहारी सीज़न में ग्राहकों के ऑर्डर में बढ़ोतरी का हवाला दिया था। त्योहारी मांग का फायदा उठाने के लिए कंपनी ने अपना शुल्क 12 रुपये से बढ़ाकर 14 रुपये कर दिया था।
फ़ूड डिलीवरी कंपनियाँ लगातार अपनी फीस बढ़ा रही हैं। स्विगी की बात करें तो अप्रैल 2023 में इसकी फीस 2 रुपये थी, जो जुलाई 2024 में बढ़कर 6 रुपये हो गई, फिर अक्टूबर 2024 में यह 10 रुपये हो गई। अब इसकी फीस 14 रुपये हो गई है। इस तरह पिछले 2 सालों में स्विगी ने अपनी फीस में 600 प्रतिशत की आश्चर्यजनक वृद्धि की है। स्विगी का दावा है कि वह रोज़ाना 20 लाख से ज़्यादा ऑर्डर प्रोसेस करता है और मौजूदा प्लेटफ़ॉर्म फीस के हिसाब से इससे रोज़ाना करोड़ों रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होता है।