भारत में IAS की नौकरी को नौकरी नंबर-1 माना जाता है। इसकी वजह उनको मिलने वाली सैलरी और सुविधाएं तो हैं ही, लेकिन जो सबसे बड़ी चीज इस नौकरी के साथ है वो है IAS अफसरों का रुतबा। इस रुतबे की वजह के कारण ही इसमें चयन के लिए देश की सबसे कठिन परीक्षा को पास करना होता है। IAS अधिकारी जिला अधिकारी से लेकर सबसे बड़े सरकारी नौकरी के पद कैबिनेट सचिव तक नियुक्त किए जाते हैं। सबसे सीनियर IAS अधिकारी को कैबिनेट सचिव के पद पर तैनात किया जाता है।
सैलरी 1 लाख से 2.5 लाख रु महीने तक
बाताया जाता है कि IAS की नौकरी शुरू करने वाले लोगों को करीब 1 लाख रुपए वेतन मिलता है। कैबिनेट सचिव को करीब 2.5 लाख रुपए प्रति माह वेतन मिलता है। IAS अफसर की बेसिक सैलरी 56100 रु होती है। इसके अलावा उन्हें महंगाई भत्ता और कई तरह के खास भत्ते दिए जाते हैं।
रुतबा और सुविधाएं बनाती हैं नंबर-1 नौकरी
IAS अफसरों को मिलने वाली सुविधाओं, उसके रुतबे की वजह से इस नौकरी का कोई दूसरी नौकरी मुकाबला नहीं कर पाती। अंग्रेजों के जमाने में जब से सिविल सेवा शुरू हुई तभी से उनका ये रुतबा बरकरार है। आजादी से पहले तो इनके अधिकार और रुतबे बहुत ज्यादा थे। आजादी के बाद इस पर अंकुश जरूर लगा है लेकिन आज भी समाज में इस नौकरी की इज्जत नंबर-1 नौकरी के रूप में हैं।
आपको बता दें कि IAS अफसरों को उनके पे-बैंड के हिसाब से सुविधाएं मिलती हैं। पे-बैंड में जूनियर स्केल, सीनियर स्केल औऱ सुपर टाइम स्केल पे-बैंड होते हैं। IAS अफसरों को मूल वेतन व ग्रेड-पे के अतिरिक्त महंगाई भत्ता (DA), आवास किराया भत्ता (HRA), स्वास्थ्य भत्ता और आने-जाने के लिए भत्ता मिलता है।
आईएएस अफसरों को उनके पे-बैंड के अनुसार ही घर, कुक और स्टाफ और दूसरी कई सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। IAS अफसर की कहीं भी पोस्टिंग हो उसे घर, गाड़ी और ड्राइवर भी आमतौर पर मिलते ही हैं।