टमाटर की ये किस्म की खेती किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित होती है इसकी खेती में लागत मेहनत बहुत आती है और मुनाफा बहुत जबरदस्त होता है तो चलिए इसकी खेती के बारे में अच्छे से समझते है।
टमाटर की इस किस्म की करें खेती
आज हम आपको टमाटर की एक ऐसी किस्म की खेती के बारे में बता रहे है जो मार्केट में बहुत डिमांडिंग होती है इस किस्म के फल गोल आकार के होते हैं। इसके फल का वजन लगभग 75 ग्राम होता है। ये किस्म घर, रसोई, छत और पिछवाड़े की बागवानी के लिए भी उपयुक्त है। ये न केवल अधिक पैदावार देती है बल्कि ये कई रोगों के प्रति रोधी भी होती है आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है हम बात कर रहे है टमाटर की पंजाब केसरी किस्म की खेती की ये टमाटर की एक लोकप्रिय किस्म है जो पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) द्वारा विकसित की गई है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप टमाटर की पंजाब केसरी किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। टमाटर की पंजाब केसरी किस्म की खेती के लिए उचित जल निकासी वाली बलुई दोमट या लाल दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। टमाटर की वृद्धि के लिए 6.0-7.0 का पीएच मान अनुकूल होता है। इसके पौधों को पहले नर्सरी में तैयार किया जाता फिर खेत में रोपाई की खेती की जाती है। इसके बीजों को 2-3 सेमी की गहराई पर बोना चाहिए और मिट्टी से ढक देना चाहिए। इसकी खेती में गोबर की का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुवाई के बाद टमाटर की पंजाब केसरी किस्म की फसल करीब 80 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी पैदावार
अगर आप टमाटर की पंजाब केसरी किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत बंपर उपज देखने को मिलेगी। पॉलीहाउस में एक एकड़ में टमाटर की पंजाब केसरी किस्म की खेती करने से करीब 246 क्विंटल की पैदावार होती है और कम सुरंगों वाली खेती में 82 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज देती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। ये टमाटर की एक उच्च पैदावार देने वाली किस्म है।