सितंबर में कर दें ये टमाटर की बुआई
टमाटर की व्यवसायिक खेती किसानों के लिए बड़े मुनाफे का सौदा होती है इसकी न केवल मांग बाजार में ज्यादा होती है बल्कि ये कई बार तो सबसे ज्यादा महंगा भी बिकता है खास कर के बरसात के मौसम में बाजार में टमाटर के भाव 50-60 रुपए प्रति किलो तक मिलते ही है। आज हम आपको टमाटर की एक प्रसिद्ध किस्म के बारे में बता रहे है ये किस्म उच्च गुणवत्ता वाली बहुत अधिक उपज देने वाली होती है इसकी गुणवत्ता देख लोग इसे खरीदना ज्यादा पसंद करते है। इसकी शेल्फ लाइफ भी अच्छी होती है। जिससे ये जल्दी खराब नहीं होता है। टमाटर की इस किस्म का नाम पंत टी-3 है ये टमाटर की उन्नत किस्मों में से एक है और इसकी खास बात ये है की इसे विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है।

टमाटर की पंत टी-3 किस्म
टमाटर की पंत टी-3 किस्म की खेती बहुत लाभदायक होती है इस किस्म की खेती के लिए अच्छी जल धारण क्षमता वाली काली, दोमट और पीली मिट्टी सहित सभी प्रकार की मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है। इसकी खेती के लिए खेत को गहरा जोतना चाहिए और मिट्टी में कम्पोस्ट खाद डालना चाहिए। जिससे मिट्टी अधिक उपजाऊ होती है इसकी बुआई के लिए प्रति एकड़ लगभग 60 से 75 ग्राम बीज की जरूरत होती है। इसकी खेती के लिए तापमान 20-28 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। इसकी पौध नर्सरी में बीज बोकर तैयार की जाती है फिर खेत में रोपा जाता है। रोपाई के बाद टमाटर की पंत टी-3 किस्म की फसल लगभग 2 से 2.5 महीने में प्रथम तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है।
जाने उत्पादन क्षमता
टमाटर की पंत टी-3 किस्म की उत्पादन क्षमता बहुत अधिक और अच्छी होती है इसके फल गोल और लाल रंग के होते है जिनका वजन लगभग 90 से 100 ग्राम प्रति फल होता है। एक एकड़ में टमाटर की पंत टी-3 किस्म की खेती करने से लगभग 42 से 45 टन तक उत्पादन प्राप्त किया जाता है। ये एक उच्च उपज देने वाली लोकप्रिय वैरायटी है।