जब ट्रैक्टर में डीजल पूरी तरह से खत्म हो जाता है तो इंजन मिसिंग करने लगता है और अंततः बंद हो जाता है। यह एक आम समस्या है जो कि ट्रैक्टर चालकों को अक्सर परेशान करती है विशेषकर खेतों में काम करते समय।
डीजल भरने के बाद भी ट्रैक्टर न चलने का कारण
ट्रैक्टर के टैंक में डीजल भरने के बावजूद अगर ट्रैक्टर स्टार्ट नहीं होता है तो इसकी प्रमुख वजह फ्यूल पंप में हवा का पहुँचना होता है। डीजल खत्म होने के कारण फ्यूल पंप (fuel pump) और लाइन्स में हवा भर जाती है जिससे डीजल इंजन तक नहीं पहुँच पाता है।
फ्यूल पंप में हवा निकालने की प्रक्रिया
डीजल भरने के बाद ट्रैक्टर के इंजन के पास स्थित फ्यूल पंप के ऊपरी हिस्से को खोलना पड़ता है। फ्यूल पंप के ऊपरी भाग में एक पेंच (screw) होता है जिसे ढीला करने की आवश्यकता होती है। इससे हवा की निकासी होती है और डीजल फ्लो सही ढंग से शुरू हो जाता है।
फ्यूल पंप पिस्टन का सही काम
फ्यूल पंप के पिस्टन को अंदर-बाहर करके इसे एकदम टाइट करना होता है। इस क्रिया से फ्यूल पंप में मौजूद हवा बाहर निकलती है और डीजल सही ढंग से पंप होने लगता है। इस प्रक्रिया के बाद ऊपरी पेंच को कस लेना चाहिए।
ध्यान देने योग्य बातें
यह महत्वपूर्ण है कि ट्रैक्टर चालक डीजल खत्म होने से पहले ही ईंधन की जाँच करते रहें, क्योंकि बार-बार फ्यूल पंप में हवा जाने से उसकी क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इससे बचने के लिए, नियमित रूप से ईंधन की स्थिति की जाँच करना और ईंधन खत्म होने से पहले ही उसे भरना सबसे बेहतर उपाय है।