झुंझुनूं, जिले वासियों के लिए अब दिल्ली दूर नहीं रहेगी। झुंझनूं-चिड़ावा- सिंघाना-पचेरी सड़क का कार्य अगले साल शुरू हो जाएगा। इस पर करीब 1400 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके लिए केन्द्रीय सड़क व परिवहन मंत्रालय ने कवायद शुरू कर दी हैं। जयपुर में आयोजित राज्यस्तरीय निवेशक सम्मेलन में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शेखावाटी में 2500 करोड़ की लागत से सड़क परियोजनाओं का ऐलान किया था।
झुंझुनूं जिले में 1400 करोड़ की लागत से झुंझनूं-चिड़ावा सिंघाना पचेरी सड़क निर्माण होगा। इसके अलावा 600 करोड़ से सिंघाना खेतड़ी जसरापुर-नगलीसलेदी भाटीवाड़ सड़क निर्माण को मंजूरी दी गई है। बताते चलें कि नारनौल-झुंझुनूं राजमार्ग को 4 मार्च 2014 में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 का दर्जा दिया गया था। इसके तहत धारूहेड़ा-रेवाड़ी बाईपास से फतेहपुर राजस्थान तक 200 फिट चौड़ी सड़क बनाने का प्रावधान रखा गया था। यह राजमार्ग जयपुर-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग को दिल्ली से जोड़ेगा।
दिल्ली जाने में समय बचेगाः
1400 करोड़ की लागत से झुंझनूं चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क निर्माण होने से दिल्ली तक की दूरी कम होगी। अभी नारनौल से पचेरी सीमा तक फोन लेन सड़क बनी हुई है। लेकिन झुंझुनूं की सीमा में आते ही काम अटक हुआ है। अब इस राशि से पचेरी से चिड़ावा तक कार्य में गति आएगी। वहीं फतेहपुर से मंडावा होते हुए झुंझुनूं में काम तेज गति से चल रहा है। इसके बाद यह हाइवे सीधे दिल्ली से फतेहपुर तक मिल जाएगा। झुंझुनूं से दिल्ली जाने में समय की बचत होगी।
नए उद्योगों की स्थापनाः
दिल्ली व जयपुर के काफी नजदीक होने के बाद भी औद्योगिक जोन को बूस्टर डोज नहीं मिल पा रहा है। परिवहन की सुविधा मिलने से यहां के उद्योगों को संजीवन मिल सकेगी। अभी राइजिंग राजस्थान में अनेक एमओयू झुंझुनूं में नए उद्योग लगाने के लिए हुए हैं। माल लाने व ले जाने में सुविधा होगी।
धार्मिक व एजुकेशन कॉरिडोर
शेखावाटी धार्मिक व एज्युकेशन कॉरिडोर के तौर पर शेखावाटी की धाक लगातार मजबूत हो रही है। रानी सती, खाटूश्यामजी, सालासर व जीणमाता व शाकम्भरी आने वाले भक्तों की संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। हरियाणा, पंजाब व दिल्ली से हजारों छात्र शिक्षानगरी में दाखिला ले रहे हैं। बेहतर कनेक्टीविटी से भक्तों को भी काफी फायदा मिलेगा।