इस बार बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों को दिवाली पर थोड़ी राहत मिली है। त्योहार के मौके पर सरसों तेल (mustard oil prices) और रिफाइंड ऑयल की कीमतें प्रति लीटर 5 रुपये तक कम हुई हैं। इस कटौती के कारण आम उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद है और उनकी रसोई में भी महक बरकरार रहेगी।
खाद्य वस्तुओं की कीमतों में स्थिरता का असर
खाद्य वस्तुओं की कीमतों में स्थिरता इस बार न केवल आम लोगों के बजट में राहत लाएगी, बल्कि विक्रेताओं को भी लाभ होगा। शाहगंज बाजार में किराना के थोक विक्रेता दीपक अग्रवाल ने बताया कि इस दिवाली खाद्य सामग्रियों (grocery prices) में स्थिरता देखने को मिल रही है, जो पिछले सालों के मुकाबले काफी राहतकारी है।
अरहर दाल और राजमा की कीमतों में गिरावट
दिवाली से पहले अरहर दाल और राजमा (pulses price reduction) की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। एक महीने पहले जहां अरहर की दाल 180 रुपये प्रति किलो थी, वहीं अब इसकी कीमत 160 रुपये पर आ गई है। इसी तरह राजमा की कीमत 130 रुपये से घटकर 120 रुपये हो गई है। इससे मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए भोजन की लागत में कमी आई है।
स्थिर दरें: चीनी, बेसन और आटा
कुछ खाद्य सामग्रियों की कीमतें, जैसे कि चीनी, बेसन और आटा, में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। चीनी की कीमतें 43 रुपये प्रति किलो, जबकि गेहूं का आटा 32 रुपये प्रति किलो पर स्थिर हैं। बेसन और सूजी भी अपने पिछले स्तरों पर बनी हुई हैं। यह स्थिरता दिवाली के समय रसोई के बजट को नियंत्रित रखने में सहायक है। (stable food prices)
पिछले साल के मुकाबले इस साल राहत
पिछले कुछ सालों में त्योहारों से पहले खाद्य वस्तुओं के दामों में भारी बढ़ोतरी देखी गई थी। इस बार हालात कुछ बेहतर हैं, जिससे उपभोक्ताओं और विक्रेताओं दोनों के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही है। दीपक अग्रवाल के अनुसार कई वस्तुओं के दाम घटे हैं और अन्य वस्तुओं के दाम स्थिर बने हुए हैं। (food inflation reduction)
कम कीमतों का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार बाजार में उपलब्धता और उत्पादन बेहतर रहने के कारण खाद्य वस्तुओं की कीमतों (food supply increase) में स्थिरता देखी जा रही है। सरकार द्वारा अपनाई गई नीतियों और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार से भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इससे त्योहारों के मौसम में ग्राहकों को राहत मिली है।
ग्राहकों और विक्रेताओं की प्रतिक्रिया
ग्राहक इस बार की स्थिर कीमतों को लेकर खुश हैं और उनकी खरीदारी में भी उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं, विक्रेता भी इस स्थिति से संतुष्ट हैं क्योंकि इससे उनके बिक्री में इजाफा होने की संभावना है। ग्राहक अधिक मात्रा में खरीदारी करने से हिचकिचा नहीं रहे हैं और यह दिवाली की खुशियों को बढ़ा रहा है। (consumer feedback on food prices)
त्योहारों के मौसम में बजट पर नियंत्रण
त्योहारों का मौसम आमतौर पर बजट के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन इस बार कीमतों में स्थिरता से मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए विशेष लाभकारी स्थिति बनी है। यह स्थिति बजट को नियंत्रित रखेगी और उपभोक्ता बेफिक्र होकर दिवाली की तैयारियां कर सकेंगे। (budget-friendly Diwali)
खाद्य सामग्रियों की मौजूदा कीमतें
खाद्य सामग्री | वर्तमान दरें (रु.) | एक माह पहले की दरें (रु.) |
---|---|---|
सरसों तेल | 145 | 150 |
रिफाइंड तेल | 140 | 145 |
अरहर दाल | 160 | 180 |
राजमा | 120 | 130 |
गोल्डन बासमती | 100 | 100 |
बेसन | 100 | 100 |
चीनी | 43 | 43 |
आटा | 32 | 32 |