1 महीने में खेती करके अधिक कमाई करना है तो दिसंबर में इस साग की खेती करके किसान ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं तो चलिए 25 दिन में तैयार होने वाली फसल की खेती कैसे करें जानते हैं।
दिसंबर में 25 दिन में तैयार होने वाली फसल
सब्जियों की खेती में किसानों को मुनाफा होता है। जिसमें आज हम एक महीने में तैयार होने वाली सब्जी की खेती की जानकारी देने जा रहे हैं। इसकी खेती कैसे करें, किन बातों का ध्यान रखें, तुड़ाई कब करें यह सब कुछ इस लेख में आपको मिलेगा। दरअसल हम बात कर रहे हैं पालक की, पालक की खेती कई महीनो में की जाती है। जिसमें दिसंबर में अधिक मुनाफा हो सकता है। दिसंबर में खेती करेंगे तो आने वाले समय में इसकी भारी डिमांड रहेगी। जिसमें 25 दिन में यह फसल तैयार हो जाती है तो चलिए खेती का तरीका जानते हैं।
पालक की खेती कैसे करें
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार पालक की खेती के बारे में जानिए-
- पालक की खेती में इस बात का ध्यान रखें कि आपके खेत में पानी नहीं रुकना चाहिए। पानी की निकासी की बढ़िया व्यवस्था हो।
- इसके बाद बुवाई की बात करें तो बीजो को तीन से चार सेंटीमीटर की गहराई में बोना है।
- एक पंक्ति से दूसरे पंक्ति की दूरी 20 सेमी तक रखें।
- बुवाई के बाद सिंचाई कर देनी है। पालक की खेती में सिंचाई 10 से 12 दिनों के बाद करते रहें।
- 25 दिन में तुड़ाई के लिए यह तैयार हो जाती है। पालक काटने के बाद सिंचाई करें।
- 15 से 30 सेंटीमीटर जब पालक हो जाती है तो आप उसे काट कर बेंच सकते हैं।
- जिसमें अगर कई बार कटाई करना चाहते हैं तो पौधे की जड़ से करीब 6 सेंटीमीटर ऊपर से ही पत्तियों को काटे। जिससे 15 दिन में फिर से वह कटाई के लायक हो जाएगी।
इस तरह किसान 15 दिन के अंतराल में कटाई कर सकते हैं। कुछ वैरायटी ऐसी होती हैं जो 20 दिन में कटाई के लिए तैयार होती है।
लागत और कमाई
पालक की खेती में पैसा डबल किया जा सकता है। जितना लगाएंगे उससे दो गुना, तीन गुना कमाई की जा सकती है। जिसमें सितंबर अक्टूबर में कीमत 25 रुपए तक पहुंच जाती है। लेकिन इस समय भी अच्छी कीमत किसानों को मिलती है और यह कम समय की फसल है। इसलिए मुनाफे वाली है। जिसमें लागत की बात करें तो अगर किसान 18000 भी एक एकड़ में लगाते हैं तो उन्हें 50000 तक आमदनी इस फसल से हो सकती है। यह हिसाब 5 रु किलो के हिसाब से है। अगर एक एकड़ में 100 क्विंटल उत्पादन मिले तो। लेकिन अगर मंडी में कीमत गिरती है तभी किसान को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए समय का जरूर ध्यान रखें। बरसात में पालक की खेती में ज्यादा फायदा होता है और अन्य सीजन में कीमत कम देखने को मिलती है।