रॉयल एनफील्ड ने 350cc-450cc सेगमेंट में अपने क्लासिक, हंटर, बुलेट, और मेटियोर मॉडल्स के साथ पूरी तरह से राज कर रखा है। सितंबर 2024 में इसकी बिक्री में भारी उछाल देखने को मिला, जबकि बजाज और होंडा जैसे ब्रांड इसे मात देने में संघर्ष कर रहे हैं। जानिए क्यों रॉयल एनफील्ड का दबदबा अभी भी बरकरार है और क्या यह चुनौती देना संभव है।
रॉयल एनफील्ड ने भारत के 350cc-450cc मोटरसाइकिल बाजार में अपनी पकड़ इतने वर्षों में इस कदर मजबूत कर ली है कि बाकी कंपनियां इसे चुनौती देने में संघर्ष कर रही हैं। रॉयल एनफील्ड का क्लासिक डिजाइन, बेहतरीन इंजन क्षमता, और टिकाऊपन इसकी लगातार बढ़ती लोकप्रियता के कुछ प्रमुख कारण हैं। सितंबर 2024 के बिक्री आंकड़ों में रॉयल एनफील्ड का प्रदर्शन देखने लायक रहा, और इसके मॉडल्स ने टॉप-4 में अपनी जगह बनाई। इसने केवल बाजार में अपनी स्थिति को बनाए रखा है, बल्कि अपने Competitors जैसे बजाज, होंडा, और जावा के लिए भी एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350
सितंबर 2024 में इस मॉडल की 33,065 यूनिट्स बिकीं, जो अगस्त की 28,450 यूनिट्स से काफी ज्यादा हैं। इस मॉडल ने 16.22% की ग्रोथ हासिल की और मार्केट में इसका शेयर 37.62% रहा। क्लासिक 350 का आकर्षण इसकी क्लासिक डिजाइन, आरामदायक सवारी अनुभव, और दमदार इंजन क्षमता में निहित है।
रॉयल एनफील्ड हंटर 350
हंटर 350 की बिक्री सितंबर में 17,406 यूनिट्स रही, जिसमें 29.12% की मासिक वृद्धि दर्ज की गई। यह संख्या अगस्त 2024 की तुलना में काफी अधिक है। इसका युवा डिजाइन और मॉडर्न फीचर्स इसे युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय बनाते हैं।
रॉयल एनफील्ड बुलेट 350
रॉयल एनफील्ड का सबसे पुराना मॉडल बुलेट 350 भी ग्राहकों के बीच पसंदीदा बना हुआ है। इस मॉडल की 12,901 यूनिट्स बिकीं, जो अगस्त से 4,241 ज्यादा हैं। इसने 48.97% की भारी वृद्धि दर्ज की और 11.45% का मार्केट शेयर पाया। बुलेट का सदाबहार डिजाइन और बेहतरीन इंजन परफॉर्मेंस इसे खास बनाते हैं।
रॉयल एनफील्ड मेटियोर 350
मेटियोर 350, जिसकी 8,665 यूनिट्स बिकीं, ने 27.71% की मासिक वृद्धि दर्ज की और 8.97% मार्केट शेयर पर कब्जा किया। इसका लॉन्ग राइड्स के लिए आरामदायक डिजाइन और आधुनिक फीचर्स इसे राइडिंग प्रेमियों के बीच पसंदीदा बनाते हैं।
बजाज, होंडा, और जावा नहीं तोड़ पा रहे हैं इसका वर्चस्व
रॉयल एनफील्ड का मुकाबला करने के लिए बजाज, होंडा, जावा, और ट्रायम्फ जैसे ब्रांड्स ने भी अपने प्रीमियम सेगमेंट के मॉडल्स पेश किए हैं, लेकिन वे अभी भी रॉयल एनफील्ड के बराबर नहीं पहुंच पाए हैं। इसका कारण है रॉयल एनफील्ड की मजबूत ब्रांड छवि और दशकों से बने ग्राहक संबंध। उदाहरण के लिए:
- बजाज पल्सर 400 ने पिछले महीने केवल 2,122 यूनिट्स बेचीं, जिसमें 15.66% की कमी आई।
- होंडा एच’नेस 350 की बिक्री में हालांकि 23.9% की मासिक वृद्धि दर्ज की गई, परंतु इसका मार्केट शेयर अभी भी 2.19% पर ही सीमित है।
- जावा और येजदी ब्रांड भी इस सेगमेंट में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इनकी बिक्री रॉयल एनफील्ड के मुकाबले काफी कम है।
रॉयल एनफील्ड का दबदबा क्यों है बरकरार?
- ब्रांड ट्रस्ट और विरासत: रॉयल एनफील्ड का नाम भारत में विश्वसनीयता और पुरानी विरासत का प्रतीक है। इसके पुराने और नए ग्राहक इस ब्रांड के प्रति विश्वास रखते हैं।
- यूनिक डिज़ाइन और टिकाऊपन: रॉयल एनफील्ड की मोटरसाइकिलें उनकी अद्वितीय डिजाइन और मजबूत निर्माण के लिए जानी जाती हैं। वे सवारियों के लिए एक शानदार अनुभव प्रदान करती हैं, जिससे यह शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लोकप्रिय हैं।
- सर्विस नेटवर्क और बिक्री बाद सहायता: रॉयल एनफील्ड का सर्विस नेटवर्क भारत के लगभग हर कोने में उपलब्ध है, जिससे ग्राहकों को किसी भी समस्या के समाधान के लिए दूर नहीं जाना पड़ता।
- प्रीमियम अपील: रॉयल एनफील्ड के मॉडल्स का स्टाइलिश और प्रीमियम लुक इस सेगमेंट में अन्य ब्रांड्स के मुकाबले इसे एक विशेष स्थान देता है।
रॉयल एनफील्ड की स्थायित्व और प्रीमियम अपील ने इसे 350cc-450cc सेगमेंट में शीर्ष पर बनाए रखा है। इसके मॉडल्स जैसे क्लासिक 350, हंटर 350, बुलेट 350, और मेटियोर 350 ने शानदार प्रदर्शन दिखाया है। रॉयल एनफील्ड का यह दबदबा बजाज, होंडा, और जावा जैसे ब्रांड्स के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है, जो इस सेगमेंट में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।