अगर किसान सही समय पर सही सब्जी लगा देते हैं, तो अच्छा उत्पादन मिलता है और मंडी में भाव भी अधिक मिलता है, जिससे मुनाफा बढ़ता है। तो आइए जानते हैं कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में कौन-सी सब्जी लगाई जा सकती है।
नवंबर के अंतिम सप्ताह में कौन-सी सब्जी लगाएं?
किसान अगर इस बार रबी सीजन में कोई सब्जी लगाकर अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो भिंडी की खेती कर सकते हैं। इसकी डिमांड अच्छी रहती है। साथ ही जब आप मंडी में पहुंचेंगे, उस समय 60 से 70 रुपये प्रति किलो या इससे अधिक का भाव मिल सकता है, जिससे तगड़ी आमदनी होगी।
अभी बहुत कम किसान सर्दियों में भिंडी की खेती करते हैं, इसलिए मंडी में आवक कम रहती है और किसानों को अच्छी कीमत मिल जाती है। इसका हाईएस्ट मंडी भाव देखने को मिल सकता है, लेकिन खेती सही तरीके से करनी होगी। तभी अच्छा उत्पादन मिलेगा।
सर्दी में भिंडी की खेती कैसे करें?
- सर्दी शुरू हो चुकी है, इसलिए भिंडी की खेती में कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है
- भिंडी की बुवाई करने से पहले खेत की तैयारी अच्छी तरह करें, ताकि जड़ की बीमारी न लगे।
- जमीन की 3 से 4 बार जुताई करें।
- उसके बाद बेड बनाकर बीजों की बुवाई करें।
- 3 फीट की दूरी पर बेड बनाएं और एक लाइन में तीन बीज की बुवाई करें।
- पौधों के बीच 6 इंच की दूरी रखें।
- बेड की ऊँचाई लगभग डेढ़ फीट और चौड़ाई 2 फीट रखें।
- प्लास्टिक मल्च का इस्तेमाल करें।
- बीज लगाने के बाद हल्की मिट्टी डालकर ढक दें और ताजा पानी से सिंचाई करें।
अब जानते हैं बढ़िया वैरायटी और बीज की मात्रा के बारे में।
भिंडी की खेती के लिए बीज की मात्रा और अच्छी वैरायटी
भिंडी की खेती किस सीजन में कर रहे हैं, उसके अनुसार बीज की मात्रा बदलती है। गर्मी में लगभग 4 से 6 किलो बीज लगता है, क्योंकि बुवाई का तरीका अलग होता है। सर्दी में बेड बनाकर खेती की जाती है, जिसके लिए लगभग 3 किलो बीज पर्याप्त होता है। प्लास्टिक मल्च के उपयोग से दूरी अधिक हो जाती है, इसलिए बीज की मात्रा थोड़ी कम लगती है। बीज की वैरायटी के चयन में अपने क्षेत्र के अनुसार चुनाव करें। कौन-सी वैरायटी आपके क्षेत्र में अच्छा उत्पादन देती है और किसका मंडी में भाव बेहतर मिलता है। कुछ अच्छी कंपनियों में एडवांटा, नोमेंस, सिजेंटा इन कंपनियों के बीज की गुणवत्ता अच्छी होती है।
एडवांटा के भिंडी के बीज महंगे होते हैं। एडवांटा लगभग ₹6000 किलो मिलता है। नोमेंस, सिजेंटा वैरायटी लगभग ₹1200 से ₹2000 प्रति किलो मिलता है। किसान अपनी सुविधा और बजट के अनुसार बीज का चयन कर सकते हैं।
