wiferefusal to live with dark husband: झांसी जिले के मऊरानीपुर इलाके से सामने आया एक अनोखा मामला जहाँ एक महिला सात दिनों से लापता थी उसके पति ने उसे ढूंढने के लिए रात-दिन एक कर दिया. लेकिन जब महिला मिली तो उसने अपने पति के साथ रहने से इनकार कर दिया. महिला का कहना था कि उसे उसके पति का सांवला रंग पसंद नहीं है और उसने दहेज मांगने का भी आरोप लगाया.
पति का पक्ष और महिला की नाराजगी
पति, द्रगपाल ने अपनी पत्नी ज्योति पर आरोप लगाया कि वह 10 लाख रुपये की मांग (financial demand) कर रही थी और इसे न देने पर उसने पूरे परिवार पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी. ज्योति की शिकायत थी कि पति और ससुरालियों ने उसे दहेज के लिए परेशान किया. इस वजह से उसने घर छोड़ने का निर्णय लिया.
पुलिस की भूमिका और महिला की बरामदगी
मध्य प्रदेश के छतरपुर से पुलिस ने ज्योति को बरामद किया जहाँ वह अपनी मर्जी से गई थी और दो युवकों के साथ देखी गई थी. सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स की मदद से पुलिस (police investigation) ने उसकी लोकेशन ट्रेस की. थाने में पूछताछ में ज्योति ने बताया कि वह घूमने के लिए गई थी और अपने पति के साथ वापस नहीं जाना चाहती.
दहेज के आरोप और सामाजिक असर
ज्योति ने दहेज प्रताड़ना (dowry harassment) का आरोप लगाया जिसे उसके पति ने नकारा. परिवार का कहना है कि ज्योति का रवैया शादी के बाद से ही ठीक नहीं था और वह अक्सर परिवार से लड़ाई-झगड़ा करती रहती थी. यह मामला सामाजिक रूप से भी कई सवाल उठाता है क्योंकि यह व्यक्तिगत पसंद और सामाजिक मानदंडों (social norms) के बीच के टकराव को दर्शाता है.
सामाजिक न्याय और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के बीच संघर्ष
इस घटना से एक बड़ा सवाल यह भी उठता है कि क्या व्यक्तिगत पसंद को लेकर निर्णय लेने का अधिकार (personal choice) महिलाओं को पूरी तरह से है या नहीं. यह घटना दहेज जैसे सामाजिक बुराई के प्रति भी जागरूकता लाती है और यह बताती है कि कैसे व्यक्तिगत निर्णय सामाजिक प्रथाओं पर भारी पड़ सकते हैं.