पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है। अगर पशुओं का इलाज कराना है, तो अब कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। घर बैठे ही फोन मिलाकर पशु चिकित्सा सेवा बुलाई जा सकती है।
पशुओं का इलाज अब घर बैठे ही होगा
पशुओं की सेवा के लिए अब पशु चिकित्सा विभाग द्वारा मोबाइल वेटरनरी यूनिट शुरू की गई है। इसके तहत पशुओं के इलाज के लिए अस्पताल दौड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि पशुओं को अस्पताल तक पहुंचाने में पशुपालकों को कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में देर होने पर पशु का स्वास्थ्य और बिगड़ सकता है।
इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए मोबाइल वेटरनरी यूनिट की शुरुआत की गई है, जिसके माध्यम से पशुओं के लिए चिकित्सा सेवा सीधे घर तक पहुंचाई जाएगी। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पशुपालकों के लिए यह योजना शुरू की गई है, जिसमें पशुओं के इलाज के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। इसके जरिए वे वेटरनरी सेवा को फोन करके घर बुला सकते हैं।
टोल फ्री नंबर पर करें संपर्क
अगर पशु का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है, तो पशु चिकित्सा विभाग द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर 1962 पर संपर्क करें। इस नंबर पर फोन करके पशु और पते की जानकारी दें। इसके बाद मोबाइल वेटरनरी यूनिट आपके घर भेजी जाएगी। वहां पशु का इलाज किया जाएगा, उसे दवाई दी जाएगी और पशु चिकित्सक द्वारा उचित परामर्श भी मिलेगा। जिससे पशु जल्द ठीक हो जाएगा।
सेवा कब से कब तक मिलेगी
इस नंबर पर सुबह 8:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक कॉल किया जा सकता है। यह सुविधा खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बेहद उपयोगी है, जहाँ आवागमन में अक्सर दिक्कतें आती हैं। इस सेवा से न केवल पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होगा, बल्कि पशुपालन से होने वाले नुकसान में भी कमी आएगी।
पशुओं की मृत्यु दर घटेगी और पशुपालकों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी, क्योंकि जब पशुओं की सेहत खराब होती है तो दूध उत्पादन में कमी आती है और कई तरह के आर्थिक नुकसान झेलने पड़ते हैं। लेकिन इस सुविधा से पशुपालकों को बड़ी राहत मिलेगी।

 
			 
                                 
                              
		 
		 
		 
		