कई ऐसे किसान है जिनको पानी और खाद की समस्या आती है। लेकिन ऐसे किसान गेहूं-धान के बजाय अन्य फसले भी लगा सकते हैं। तो आज इस लेख में जानते हैं गेहूं के जगह पर आप कौन-सी दो फसले लगाकर अधिक मुनाफा ले सकते हैं-
पानी और खाद की समस्या का समाधान
फसल से अच्छी पैदावार लेने के लिए किसान को समय पर पानी और खाद देना पड़ता है। जिसमें गेहूं की खेती अधिकतर किसान रबी सीजन में करते हैं। लेकिन इससे 4 से 5 सिंचाई की जरूरत होती है। जिसके लिए किसानों को पानी के जरूरत है। लेकिन पानी की समस्या होने के कारण गेहूं की खेती में किसान को नुकसान भी हो सकता है। इसलिए गेहूं के बजाय चना और राई की खेती कर सकते हैं। हां यह दो फसले किसानों के लिए फायदेमंद है। इसमें ज्यादा पानी या खाद की जरूरत नहीं होती। तो चलिए जानते हैं इन दो फसलों की खेती से कैसे किसान मुनाफा कमा सकते हैं।
चना और राई की खेती
चना और राई की खेती में किसानों को अधिक पानी की जरूरत नहीं होती। सिर्फ दो सिंचाई में चना की खेती कर सकते हैं। इसे ज्यादा खाद की भी जरूरत नहीं होती। अगर आपके खेत की मिट्टी उपजाऊ है तो वह और ज्यादा उपजाऊ हो जाएगी। जी हां चना की खेती में मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ती है। इस तरह किसान कम लागत में खेती करना चाहते हैं तो चना और राई की खेती इस समय कर सकते हैं। चलिए जानते हैं चना की खेती में किसानों को फायदा कैसे होगा।
चना की खेती में फायदा
चना की खेती में किसानों को फायदे ही फायदे हैं। इससे मिट्टी भी उपजाऊ होती है। इसके अलावा कम पानी में खेती हो सकती है और चना की खेती करके किसान एक ही फसल से तीन उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। जी हां बाजार में जाने की चने की साग बेंच सकते हैं। इससे चने का पौधा और घना होता है और इसके बाद हरा चना भी बाजार में बेंचा जा सकता है और सूखे चने को भंडारण करके उसे भी अच्छी कीमत मिलने पर किस बेंच सकते हैं।