पीएम कुसुम योजना 2026 तक बढ़ाई गई, पूरी जानकारी लें
सरकार ने देश के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी की घोषणा की है क्योंकि पीएम कुसुम योजना को तीन और सालों के लिए बढ़ा दिया गया है। देश के किसान अब इस योजना का लाभ मार्च 2026 तक उठा सकते हैं। केंद्र सरकार द्वारा 2019 में शुरू की गई इस योजना के माध्यम से देश के किसानों को सोलर पंपों का उपयोग करके बिजली का उत्पादन करने और इसे सरकार को बेचने में मदद की जाती है।
इससे जिससे वे इस बिजली को बेच कर अच्छी रकम कमा सकें और साथ ही सिंचाई के लिए सोलर पंपों का उपयोग भी कर सकें। अगर आप भी किसान हैं और जानना चाहते हैं कि सरकार इस विस्तारित योजना के माध्यम से कैसे मुफ्त बिजली और सब्सिडी दे रही है तो इस लेख में हमने इस योजना के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करी है। आइए जानते हैं।
पीएम कुसुम योजना 2026 तक बढ़ाई गई
नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आरके सिंह ने कोविड-19 महामारी के दौरान इसके सकारात्मक प्रभाव का हवाला देते हुए पीएम कुसुम योजना को 2026 तक बढ़ाने की घोषणा करी है। इसकी सफलता के कारण सरकार ने इस योजना को तीन और वर्षों तक जारी रखने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत 2022 तक लगभग 30,800 मेगावाट सोलर एनर्जी पैदा करने के लिए ₹34,422 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है।
पीएम कुसुम योजना के विस्तार के लाभ
इस योजना के माध्यम से किसान मुफ्त सिंचाई के लिए सोलर पंप लगा सकते हैं जिससे उनका बिजली बिल कम होगा। सरकार सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी देगी, जिससे किसान बिना किसी परेशानी के अपने खेतों की सिंचाई कर सकेंगे।अब किसान अपनी जमीन सरकार को लीज पर दे सकते हैं जिससे उन्हें किराए से आय होगी। किसान सोलर पंप के माध्यम से बिजली भी पैदा कर सकते हैं और अतिरिक्त आय के लिए इसे बिजली विभाग को बेच सकते हैं।
पीएम कुसुम योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए कई ज़रूरी दस्तावेज की ज़रुरत होती है जिसमे मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, किसान पहचान पत्र, स्थायी निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, भूमि स्वामित्व दस्तावेज, और बैंक खाता पासबुक जैसे कई दस्तावेज शामिल हैं।
निष्कर्ष
पीएम कुसुम योजना का यह विस्तार किसानों को अपनी एनर्जी की लागत को कम करने और सोलर एनर्जी उत्पादन के माध्यम से अतिरिक्त रकम अर्जित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। इस योजना से किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं और मुफ्त बिजली का उपयोग करके अपनी फसलों की सिंचाई से पैदावार को कई गुना बढ़ा सकते हैं जिससे उनको और भी ज्यादा पैसे कमाने का मौका मिलता है। यह योजना किसानो को लाभ पहुंचाने और देश को रिन्यूएबल एनर्जी के भविष्य की ओर लेकर जाने के लिए एक ज़रूरी कदम है।