प्याज की खेती करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। सरकार MSP पर प्याज की खरीदी के साथ-साथ उन्हें मुआवजा भी दे रही है।
प्याज के किसानों के लिए खबर
प्याज की खेती में किसानों को फायदा होता है। पूरे साल प्याज की डिमांड रहती है, जिसमें आंध्र प्रदेश में प्याज की खेती बहुत होती है। वहां के किसान आर्थिक रूप से प्याज की खेती से सक्षम हो रहे हैं, जिसमें सरकार भी किसानों को सहयोग दे रही है। बता दें कि आंध्र प्रदेश में प्याज की खरीदी MSP पर की जाती है ₹1200 प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों से प्याज खरीदी जाती है। अब किसानों को सरकार ने मुआवजा देने का भी ऐलान किया है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
प्याज के किसानों को मिल रहा मुआवजा
आंध्र प्रदेश के करनूल और कडप्पा जिले के प्याज की खेती करने वाले किसानों को आर्थिक संकट में सरकार मुआवजा दे रही है। बताया जा रहा है कि प्रति हेक्टेयर ₹50,000 तक मुआवजा किसानों को मिल रहा है। यह सहायता राशि सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही है।
करनूल जिले के 15,332 हेक्टेयर जमीन के 23,316 किसानों को लगभग 76.6 करोड़ रुपए मुआवजे के तौर पर सरकार दे रही है। इसके अलावा कडप्पा जिले के 5,681 हेक्टेयर के 6,400 किसानों को 28.41 करोड़ रुपए सरकार मुआवजे में दे रही है। इस तरीके से आप देख सकते हैं, किसानों के जरूरत के समय सरकार उनके साथ खड़ी है, जिससे प्याज की खेती करने वाले किसानों को नुकसान नहीं होगा।

प्याज के किन किसानों को किस लिए मिल रहा मुआवजा
दरअसल, आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के कारण प्याज की फसल खराब हुई थी। राहत राशि देते हुए सरकार मुआवजा दे रही है, जिसमें 30,000 किसानों को कुल 20,913 हेक्टेयर जमीन के लिए 104.57 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जा रहा है। कृषि मंत्री किन्जरापु अचन्नायडु ने बताया कि किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए सरकार का यह ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर के हिसाब से ₹50,000 का मुआवजा देने का फैसला किया है।
