नेपाल में चल रहे उग्र प्रदर्शनों ने हालात को बुरी तरह बिगाड़ दिया है। इसका असर अब भारत-नेपाल सीमा क्षेत्रों में भी साफ दिखने लगा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमावर्ती इलाकों में गश्त और निगरानी को और कड़ा कर दिया है। मधुबनी से लगे नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा को विशेष रूप से सख्त कर दिया गया है।
मधुबनी के एसपी योगेन्द्र कुमार ने जयनगर थाना क्षेत्र स्थित बेतोन्हा बॉर्डर चेक पोस्ट का निरीक्षण किया। दरअसल, इस इलाके से सटे नेपाल के सिरहा जिले में प्रदर्शनकारियों ने हाल ही में हिंसक प्रदर्शन किया था। इसके बाद एसपी ने खुद सीमा क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि नेपाल की स्थिति को देखते हुए मधुबनी बॉर्डर को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
बता दें कि मधुबनी की सीमा नेपाल के चार जिलों से जुड़ती है। वहां बिगड़ते हालात को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा को फिलहाल बंद कर दिया गया है। इस कारण हजारों भारतीय नागरिक नेपाल में फंसे हुए हैं। सिर्फ राजस्थान के करीब 4,000 यात्री काठमांडू और उसके आसपास के इलाकों में अटके हैं, वहीं आंध्र प्रदेश के 187 लोग भी नेपाल से बाहर नहीं निकल पाए हैं। भारतीय दूतावास (काठमांडू) और राज्य सरकारों ने लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं।
खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि नेपाल में जारी अशांति का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व भारतीय सीमा से लगे राज्यों में हिंसा फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। इस अलर्ट के बाद उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सशस्त्र सीमा बल (SSB) समेत सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। लगभग 1,751 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल खुली सीमा पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निगरानी और सख्त कर दी गई है।